चारूल ने बताया कि सोमवार सुबह करीब 7.45 बजे वह शालीमार विस्तार योजना स्थित अपने घर से बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए फ्लैट से बाहर निकली, तो खिड़की के पास यह पत्र मिला। उनके पति जितेन्द्र अग्रवाल ने पत्र खोलकर पढ़ा तो इसमें जान से मारने की धमकी देते हुए अंतिम तारीख 25 सितम्बर लिखी गई है। धमकी भरा पत्र मिलने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया से पोस्ट डिलीट कर दी है।
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पुलिस ने की जांच
सदर थाना प्रभारी अजीत सिंह ने चारूल के घर पहुंचकर सीसीटीजी फुटेज देखे। चारूल मूल रूप से यूपी की रहने वाली हैं और पिछले करीब 6 साल से अलवर में रह रही हैं। वे पिछले तीन साल से भाजपा से जुड़ी हैं और फिलहाल बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की प्रदेश सह संयोजक हैं।
‘मुझे यह कदम नहीं उठाना चाहिए, पर मैं मजबूर हूं…मुझे माफ कर देना’
चारूल ने पुलिस से सुरक्षा मांगी है। सदर थाना प्रभारी का कहना है कि धमकी भरा पत्र मिलने का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस टीम मॉनिटरिंग करेगी। सोसायटी संचालक, स्कूल सहित अन्य स्थानों पर भी अलर्ट किया गया है। परिवार की सुरक्षा की जाएगी।