बाद में जेडीए में फर्जी दस्तावेज लगाकर जयसिंहपुरा में दो फ्लैट आवंटित करवा लिए। उन्होंने बताया कि तकनीकी सैल के दिनेश व राजमहेन्द्र को इनपुट मिला था। टीम ने तस्दीक करते हुए 20 अक्टूबर को 13 लोगों को पकड़ा था। इनमें 11 जनों की बांग्लादेश नागरिक होने की पुष्टि होने पर उन्हें अलवर डिटेंशन सेंटर भिजवाया था, जबकि अन्य को गिरफ्तार किया।
केन्द्र सरकार के जरिए बांग्लादेश सरकार से पत्राचार किया गया। डिटेंशन सेंटर में भेजे गए सभी लोगों के बांग्लादेशी होने के सबूत उपलब्ध करवाए गए। तब जाकर डिटेंशन सेंटर से सभी को बांग्लादेश डिपोर्ट करवाया गया। वहीं अब उनके फ्लैट के आवंटन को जेडीए से निरस्त करवाया गया है।