दीपावली व अन्य त्योहारों के दौरान बिजली की मांग बढ़ेगी। किसानों के लिए रबी फसल के लिए बिजली की संभावित मांग का आकलन भी समयपूर्व होगा। इससे विद्युत उत्पादन, मांग और उपलब्धता बनाई रखी जा सके। इसके लिए एनर्जी एसेसमेंट कमेटी की नियमित बैठक होगी।
अगस्त में बरसात नहीं होने से एकाएक बिजली की मांग बढ़ने और उत्पादक कंपनियों के पास कोयला की कमी के कारण संकट आया। मौजूदा समय प्रदेश में हर दिन 2100 से 2200 लाख यूनिट बिजली मांग चल रही है।