गायत्री परिवार, जयपुर के संयोजक ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि मानसरोवर के पदम विहार में सुबह प्रभातफेरी निकाली गई। इसमें गायत्री परिजनों ने नारी जागरण, कुरीति उन्मूलन, नशा मुक्ति, शिक्षा, स्वावंबन से जुड़े स्लोगन लिखी तख्तियां हाथों में ले रखी थी, वहीं ‘गंदे चित्र लगाओ मत, माता को लजाओ मत, नशा नाश की जड़ है भाई इसने ही आग लगाई… जैसे नारे लगाते चल रहे थे। प्रभातफेरी के बाद 12 स्थानों पर एक ही समय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें समाज के सभी वर्गों के लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस मौके पर भारतीय संस्कृति के अनुसार जन्मदिन और विवाह दिवस संस्कार मनाए गए। लोगों ने यज्ञ की पूर्णाहुति में पेड़ लगाने और जूठन नहीं छोडऩे का संकल्प लिया।
पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ
आयु वेलफेयर एवं चैरिटेबल ट्रस्ट तथा हरिओम जन सेवा समिति के साथ मिलकर गायत्री चेतना केन्द्र, मुरलीपुरा की ओर से निवारू रोड स्थित श्री अंबे हॉस्पीटल में पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया।
आयु वेलफेयर एवं चैरिटेबल ट्रस्ट तथा हरिओम जन सेवा समिति के साथ मिलकर गायत्री चेतना केन्द्र, मुरलीपुरा की ओर से निवारू रोड स्थित श्री अंबे हॉस्पीटल में पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया।