महासंघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने सलाह दी है कि आफिस टाइम में भारी वाहनों का मुख्य मार्गों पर आना-जाना बंद करें और ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू बनाएं। ऑनलाइन हाजिरी पर राठौड़ ने बिफरते हुए कहा यह एक प्रकार से तानाशाही पूर्ण प्रयास है और अव्यवहारिक भी है, क्योंकि प्रत्येक कर्मचारी के पास एंड्रॉइड मोबाइल होना आवश्यक नहीं है। मोबाइल में नेट की समस्या आए दिन होती रहती है। सहायक कर्मचारी सहित अनेक ऐसे अधिकारी कर्मचारी आज भी है जिन्हें एंड्रॉयड फोन ठीक से चलाना नहीं आता।
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गजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा ई-फाइलिंग में भी अधिकांश अफसर, अधीनस्थों से ही काम करवा रहे हैं। तो फिर कर्मचारियों पर ही इस तरह से दबाव और तनाव क्यों डाला जा रहा है। प्रदेश सरकार को चार माह बीत गए पर कर्मचारियों की विभिन्न वेतन विसंगतियों और सेवा नियमों को सुधारने का कोई संकेत नहीं दिया है। वर्तमान में लागू पुरानी पेंशन प्रणाली पर अपना पक्ष स्पष्ट नहीं कर रही है। राठौड़ ने सरकार को चेताते हुए कहा, सरकार को कर्मचारियों इतना दमन नहीं करना चाहिए कि उन्हें एकजुट होकर इतिहास दोहराना पड़े।
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