जयपुर

ahoi ashtami संतान प्राप्ति और सुख के लिए सबसे अच्छा व्रत, तारों की इस तरह पूजा करने से जल्द मिलेगा फल

संतान प्राप्ति और संतान के सुख के लिए अहोई अष्‍टमी व्रत सबसे अच्छा माना जाता है। इस बार यह व्रत 8 नवंबर 2020 यानि रविवार के दिन आएगा। ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई बताते हैं कि संतान प्राप्ति के लिए यह व्रत जरूर करना चाहिए।

जयपुरNov 07, 2020 / 10:08 am

deepak deewan

ahoi ashtami 2020 tithi muhurt pooja vidhi

जयपुर. संतान प्राप्ति और संतान के सुख के लिए अहोई अष्‍टमी व्रत सबसे अच्छा माना जाता है। इस बार यह व्रत 8 नवंबर 2020 यानि रविवार के दिन आएगा। ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई बताते हैं कि संतान प्राप्ति के लिए यह व्रत जरूर करना चाहिए।
कार्तिक मास के कृष्‍ण पक्ष की अष्‍टमी से अहोई अष्‍टमी व्रत प्रारंभ होता है। यह तिथि 8 नवंबर 2020 को आ रही है. इस दिन सुबह 7 बजकर 29 मिनट से अष्टमी तिथि लग जाएगी जोकि 9 नवंबर को सुबह 6 बजकर 50 मिनट पर समाप्त होगी। इस तरह 8 नवंबर को दिन भर अष्टमी तिथि रहने से अहोई अष्‍टमी का व्रत रखा जा सकेगा।
अहोई अष्टमी के दिन सूर्योदय से पूर्व स्‍नान कर लें। पूजा के लिए गेरू से दीवार पर अहोई माता का चित्र बनाएं। शाम के समय अहोई माता की विधिविधान से पूजा करें। अहोई माता की छवि के समक्ष एक चौकी पर जल से भरा कलश रखें और इसकी पूजा करें। अहोई व्रत कथा सुनें या सुनाएं। मिष्ठान्न, पुए या हलवे का भोग लगाकर प्रसाद वितरित करें।
ज्योतिषाचार्य पंडित नरेंद्र नागर के अनुसार मुख्यत: संतान सुख के साथ ही संतान प्राप्ति के लिए यह व्रत रखा जाता है। इस अवसर पर महिलाएं दिनभर व्रत रखकर शाम को तारों को अर्घ्य देकर व्रत का पारण करती हैं। कुछ स्‍थानों पर चंद्रमा को अर्घ्‍य देकर व्रत तोड़ने की भी परंपरा है।

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