दरअसल देश के लगभग सभी राज्यों में केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के फंड से घर घर जल पहुंचाने की योजना शुरू की गई थी। शहरों के साथ ही गावों को भी इससे तेजी से जोड़ा जा रहा है। राजस्थान में करीब बीस हजार करोड़ रुपए इस काम का बजट है। ईडी के पास सूचनाएं पहुंची हैं कि जल जीवन मिशन में गावों और कई बड़े कस्बों में गलत पाइप डाले गए, घटिया क्वालिटी का सामान उपयोग लिया गया, चहेतों को बड़े ठेके दिए गए, तय समय पर काम पूरा नहीं किया जा सका और जो काम पूरा भी हुआ वह भी घटिया स्तर का रहा……। ये सारा काम पूर्व सीएम अशोक गहलोत के राज में हुआ, इस दौरान महेश जोशी जलदाय मंत्री थे।
इसी केस में अब ईडी की पूछताछ शुरू हो गई है। वर्तमान सरकार में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा इस मामले में ईडी समेत अन्य जांच एजेसियों को महत्वपूर्ण दस्तावेज सौंप चुके हैं। इन दस्तावेजों के बाद जांच ने और तेजी पकड़ी है। इस बीच सबसे बड़ी बात ये है कि महेश जोशी की दिल्ली में तबीयत खराब हुई है। उनको उल्टी और जी मचलाने की शिकायतों के बाद ओखला स्थित एक बड़े निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ऐसे में आज भी उनके ED के जयपुर कार्यालय में पेश होने की संभावना बेहद कम है।