गौरतलब है कि पैंथर का कुलिश वन में मूवमेंट होने पर नवम्बर 2019 में इसके गेट बंद कर आमजन के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। प्रतिदिन यहां घूमने आने वाले स्थानीय लोगों की मांग के बाद शुक्रवार सुबह फिर से लोगों की आवाजाही के लिए इसे खोल दिया गया हैं। हालांकि लोगों को जानकारी कम होने से पहले के मुकाबले काफी कम लोग यहां सुबह सैर करने पहुंचे। लेकिन जो भी पहुंचे उनके चेहरे पर खुशी और उत्साह नजर आया।
उपवन संरक्षक डॉ. कविता सिंह ने बताया कि सुबह 7 से सुबह 9.30 बजे तक गेट अब रोजाना खोला जा रहा है। भ्रमण करने वालों की सुरक्षा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश सूचना पट्ट पर प्रदर्शित कर दिए गए हैं। वहीं भ्रमणार्थियों को एक स्वयं की अंडरटेकिंग लिखकर देनी होगी। इसके बाद उनको एक पहचान पत्र उपलब्ध करवाया जाएगा। जिसके बाद अब रोजाना सुबह वन में जाने वालों का पहचान पत्र देखकर ही प्रवेश दिया जाएगा। वन में जाने वालों का पूरा रिकॉर्ड मेंटेन रखा जाएगा।
वहीं किसी को भी बिना पहचान दर्ज करवाए अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा वन में सुरक्षाकर्मी भ्रमण करने वालों पर नजर रखेंगे। वहीं किसी भी तरह का खतरा होने पर तुरंत वहां पर वन विभाग के कर्मचारी उससे निपटने के लिए तैनात रहेंगे। हालांकि गत दिनों से वन में पैंथर की आवाजाही नहीं है इसलिए इसे भ्रमण करने के लिए खोला गया हैं।