उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रेशन कराने वाले व्यक्तियों के कूटरचित ई-ग्रास चालान की अधिकारियों-कर्मचारियों ने समुचित जांच नहीं करने से यह गड़बड़ी हुई है। उन्होंने आश्वस्त किया कि इन मामलों की जांच कर दोषी कार्मिकों को चिह्नित किया जा रहा है। इन पर कार्रवाई की जाएगी।
धारीवाल ने प्रश्नकाल के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि उप पंजीयक कार्यालयों में महालेखाकार (लेखा परीक्षा) जांच दल, जयपुर ने राजस्व अपवंचना के मामले चिह्नित किए थे। इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री धारीवाल ने विधायक हमीर सिंह भायल के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में कहा कि साल 2020 से माह दिसम्बर, 2022 के दौरान पंजीयक कार्यालयों में ऐसे मामले चिन्हित किए गए थे। उन्होंने इन मामलों का विवरण सदन के पटल पर रखा। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि सॉफ्टवेयर में तकनीकी खामी के लिए विभाग के किसी कार्मिक का दोष नहीं है, अपितु कूटरचित ई—ग्रास चालान की समुचित जांच नहीं करने के कारण ये मामले हुए है।