राज्य घुमन्तु जाति कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष गोपाल केसावत को एसीबी ने जुलाई 2023 में चार अन्य सहित 18 लाख 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। आरोपियों ने एक परीक्षार्थी से आरपीएससी की अधिशाषी अधिकारी परीक्षा में पास कराने की एवज में रकम ली थी। उन्होंने परीक्षार्थी से कहा था कि वे आरपीएससी से सांठगांठ करके ओएमआर शीट बदलवा देंगे।
शिकायतकर्ता विकास से आरोपी केसावत और अनिल कुमार ने आरपीएससी सदस्य मंजू शर्मा व संगीता आर्य के नाम पर रिश्वत मांगी थी। पड़ताल के बाद एसीबी ने पहले माना था कि केसावत ने रिश्वत के लिए सदस्यों के नाम अपने स्तर पर ही लिया था। इस आधार पर एसीबी ने मामले में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धाराएं हटा कर मात्र आईपीसी की धाराओं में चार्जशीट पेश की थी। इसके बाद अदालत ने कुछ बिंदुओं पर विस्तृत जांच के आदेश दिए। इस आधार पर एसीबी मामले में आगे पड़ताल में जुटी है।
सदस्य संगीता आर्य मंगलवार सुबह ही जयपुर से आयोग पहुंची। वे दफ्तर में दोपहर में लंच के लिए सिविल लाइंस के ए-1 स्थित आवास पर पहुंची। इस दौरान ही एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम उनके घर पहुंच गई। इसके बाद टीम सदस्य मंजू शर्मा के आवास पर भी गई।
पूर्व मुख्य सचिव और तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत के सलाहकार निरंजन आर्य की मौजूदगी में एसीबी टीम ने उनकी पत्नी संगीता आर्य से पूछताछ की। एसीबी की महिला इंस्पेक्टर मीरा विश्नोई ने उनके बयान दर्ज किए।
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि पूर्व के गोपाल केसावत रिश्वतकांड में टीम ने आयोग सदस्य संगीता से पूछताछ की है। सदस्य मंजू शर्मा से से भी पूछताछ की जाएगी। साथ ही आरपीएससी के सचिव रामनिवास मेहता ने कहा कि एसीबी की टीम केसावत केस में दोनों सदस्यों से पूछताछ के लिए आई है।