इन श्रेणियों में आयोजित हुई प्रतियोगिता
इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य स्वर साधकों के इस महाकुंभ में स्वर मंथन से स्वर शिरोमणि की खोज करना है। यह कार्यक्रम तीन वर्गों में है, बाल वर्ग ‘किलकारी’ 5 वर्ष से 15 वर्ष, तरुण वर्ग तरुणाई 16 से 25 वर्ष, युवा वर्ग जुनून 26 वर्ष से अधिक सभी के लिए चार विधाओं में आयोजित किया जा रहा है। ’शास्त्रीय संगीत, लोक संगीत, तथा सुगम संगीत के अनरिकॉर्डेड एवं रिकॉर्डेड’ श्रेणियों में होने वाली इस प्रतियोगिता में असाध्य रोग से ग्रसित ’थैलेसीमिया, कैंसर, एड्स, दिव्यांग, विधवा महिलाओं एवं ट्रांसजेंडर (किन्नर) के लिए पंजीकरण शुल्क नहीं रखा गया है’।अब तक यहां आयोजित हुए ऑडिशन
जयपुर ऑडिशन से पूर्व अब तक दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, असम ,मध्य प्रदेश, सहित राजस्थान के रतनगढ़, सरदारशहर, लक्ष्मणगढ़, जोधपुर, नोखा, सीकर में ऑडिशन आयोजित कर अगले चरण के लिए प्रतिभाओं का चयन किया गया है।