धमाके से टूटे खिड़कियों के कांच-
आस-पास के लोगों का कहना था कि धमाके के साथ सिलेण्डर फट गया जिससे आस-पास लगी खिड़कियों के कांच टूटकर नीचे गिर गए। कई जगह से मकान क्षतिग्रस्त हो गया। जिस समय हादसा हुआ उस समय रसोई में दो सिलेण्डर रखे हुए थे। शुक्र यह रहा कि समय रहते दूसरे सिलेण्डर को वहां से हटा लिया गया, वरना बड़ा नुकसान हो सकता था।
आस-पास के लोगों का कहना था कि धमाके के साथ सिलेण्डर फट गया जिससे आस-पास लगी खिड़कियों के कांच टूटकर नीचे गिर गए। कई जगह से मकान क्षतिग्रस्त हो गया। जिस समय हादसा हुआ उस समय रसोई में दो सिलेण्डर रखे हुए थे। शुक्र यह रहा कि समय रहते दूसरे सिलेण्डर को वहां से हटा लिया गया, वरना बड़ा नुकसान हो सकता था।
रसोई में काम करते समय हुआ हादसा-
फायर ऑफिसर जलज घसिया ने बताया कि दोपहर करीब सवा 2 बजे सिलेंडर ब्लास्ट होने की सूचना मिली थी। वहां पहुंचने पर सामने आया कि दो मंजिला मकान की पहली मंजिल पर रसोईघर में काम करते वक्त गैस सिलेंडर भभक गया था। तब घर में मौजूद लोग सिलेंडर को बुझाने में जुट गए। तभी तेजी से ब्लास्ट के साथ सिलेंडर फट गया। चंद मिनट में ही फ्रिज का कम्प्रेशर भी फट गया।
फायर ऑफिसर जलज घसिया ने बताया कि दोपहर करीब सवा 2 बजे सिलेंडर ब्लास्ट होने की सूचना मिली थी। वहां पहुंचने पर सामने आया कि दो मंजिला मकान की पहली मंजिल पर रसोईघर में काम करते वक्त गैस सिलेंडर भभक गया था। तब घर में मौजूद लोग सिलेंडर को बुझाने में जुट गए। तभी तेजी से ब्लास्ट के साथ सिलेंडर फट गया। चंद मिनट में ही फ्रिज का कम्प्रेशर भी फट गया।
आग बुझाने में आई दिक्कत-
जिस मकान में आग लगी वह काफी संकरी गलियों में बना था। इसके चलते दमकल को वहां पहुचंने में काफी परेशानी आई। छोटी गाड़ी बुलवाकर आग पर काबू पाया।
जिस मकान में आग लगी वह काफी संकरी गलियों में बना था। इसके चलते दमकल को वहां पहुचंने में काफी परेशानी आई। छोटी गाड़ी बुलवाकर आग पर काबू पाया।