प्लास्टिक सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.राकेश कुमार जैन ने बताया कि मानसरोवर निवासी 72 वर्षीय बुजुर्ग शिव हरी व्यास दस दिसम्बर को सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। सिर में गंभीर चोट लगने से परिजनों ने उन्हें मानसरोवर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां 13 दिसम्बर को चिकित्सकों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया। इसके बाद उनके बेटे आशुतोष व्यास, पुत्रवधू अनिता हाडा ने पिता की इच्छा के अनुसार त्वचा दान करने का निर्णय लिया और स्वयंसेवी संस्था मोहन फाउंडेशन से संपर्क किया।
फाउंडेशन ने अस्पताल में इसकी सूचना दी। इसके बाद दोपहर तीन बजे स्किन बैंक से टीम निजी मानसरोवर पहुंची और करीब सवा घंटे में कैडेवेरिक स्किन डोनेशन का काम पूरा किया। चिकित्सकों ने बताया कि जांच, पैर व पीठ की त्वचा ली गई है। उसे स्किन बैंक में स्टोर किया गया है। यह त्वचा आग से झुलसे मरीजों को लगाई जा सकेगी।
टीम में यह रहे शामिल
टीम में विभागाध्यक्ष डॉ राकेश कुमार जैन, डॉ. अनूप, डॉ. इशिता, डॉ. कुश के साथ स्किन बैंक प्रभारी राजेश गोयल, नर्सिंग ऑफिसर अशोक कुमार, नरपत सिंह शामिल थे। गौरतलब है कि, पांच दिसम्बर को स्किन बैंक में त्वचा दान किया गया था। ये पहला त्वचा दान था।
टीम में विभागाध्यक्ष डॉ राकेश कुमार जैन, डॉ. अनूप, डॉ. इशिता, डॉ. कुश के साथ स्किन बैंक प्रभारी राजेश गोयल, नर्सिंग ऑफिसर अशोक कुमार, नरपत सिंह शामिल थे। गौरतलब है कि, पांच दिसम्बर को स्किन बैंक में त्वचा दान किया गया था। ये पहला त्वचा दान था।