आज का पंचांग
आश्विन कृष्णा पंचमी बुधवार विक्रम संवत 2077।
सौर आश्विन मास प्रविष्टे 22 सफर 19 हिजरी 1442
सूर्य दक्षिणायण, दक्षिणगोल, शरद ऋतुः।
पंचमी तिथि अपराह्न 02 बजकर 48 मिनट तक उपरांत षष्ठी तिथि का आरंभ
रोहिणी नक्षत्र रात्रि 08 बजकर 36 मिनट तक उपरांत मृगशिरा नक्षत्र का आरंभ।
व्यातिपात योग अर्धरात्रोत्तर 01 बजकर 30 मिनट तक उपरांत वरियान योग का आरंभ
तैतिल करण अपराह्न 02 बजकर 48 मिनट तक उपरांत वणिज करण का आरंभ।
चंद्रमा दिन-रात वृष राशि पर संचार करेगा।
आश्विन कृष्णा पंचमी बुधवार विक्रम संवत 2077।
सौर आश्विन मास प्रविष्टे 22 सफर 19 हिजरी 1442
सूर्य दक्षिणायण, दक्षिणगोल, शरद ऋतुः।
पंचमी तिथि अपराह्न 02 बजकर 48 मिनट तक उपरांत षष्ठी तिथि का आरंभ
रोहिणी नक्षत्र रात्रि 08 बजकर 36 मिनट तक उपरांत मृगशिरा नक्षत्र का आरंभ।
व्यातिपात योग अर्धरात्रोत्तर 01 बजकर 30 मिनट तक उपरांत वरियान योग का आरंभ
तैतिल करण अपराह्न 02 बजकर 48 मिनट तक उपरांत वणिज करण का आरंभ।
चंद्रमा दिन-रात वृष राशि पर संचार करेगा।
आज के शुभ मुहूर्तः
विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 06 मिनट से 02 बजकर 53 मिनट तक रहेगा।
निशीथ काल मध्यरात्रि 11 बजकर 44 मिनट से 12 बजकर 33 मिनट तक।
गोधूलि मुहूर्त शाम 05 बजकर 48 मिनट से 06 बजकर 12 मिनट तक।
अमृत काल शाम 05 बजकर 02 मिनट से 06 बजकर 49 मिनट तक रहेगा।
रवि योग शाम 08 बजकर 36 मिनट से अगली सुबह 06 बजकर 18 मिनट तक।
सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन रहेगा।
विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 06 मिनट से 02 बजकर 53 मिनट तक रहेगा।
निशीथ काल मध्यरात्रि 11 बजकर 44 मिनट से 12 बजकर 33 मिनट तक।
गोधूलि मुहूर्त शाम 05 बजकर 48 मिनट से 06 बजकर 12 मिनट तक।
अमृत काल शाम 05 बजकर 02 मिनट से 06 बजकर 49 मिनट तक रहेगा।
रवि योग शाम 08 बजकर 36 मिनट से अगली सुबह 06 बजकर 18 मिनट तक।
सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन रहेगा।
आज के अशुभ मुहूर्तः
राहुकाल दोपहर 12 बजे से 01 बजकर 30 मिनट तक।
यमगंड सुबह 07 बजकर 30 मिनट से 09 बजे तक रहेगा।
गुलिक काल सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक रहेगा।
राहुकाल दोपहर 12 बजे से 01 बजकर 30 मिनट तक।
यमगंड सुबह 07 बजकर 30 मिनट से 09 बजे तक रहेगा।
गुलिक काल सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक रहेगा।
दिशा शूल उत्तर दिशा