जयपुर. गरीब और जरूरतमंदों को कपड़े, जूते, खिलौने, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक सामान, सजावटी सामग्री, प्लास्टिक और अन्य सामान नि:शुल्क उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश के सभी शहरों में 600 से ज्यादा सद्भभावना केन्द्र खोले जाएंगे। नेकी की दीवार की तर्ज पर यहां कोई भी अपने अनुपयोगी ऐसे सामानों को जमा करा सकेगा।
स्वायत्त शासन विभाग ने इस योजना का खाका तैयार किया है। इन केन्द्रों के जरिए पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले इलेक्ट्रॉनिक, प्लॉस्टिक या अन्य सामान को भी एकत्रित कर उपयोगी बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री शहरी गारंटी योजना में पंजीकृत बेरोजगार इन केन्द्रों का संचालन करेंगे। अभी जयपुर के दोनों नगर निगमों समेत कुछ निकायों में इन केन्द्रों की पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरुआत की गई है। अब सभी शहरों में शुरू करने की तैयारी है। जिला कलक्टर की अध्यक्षता में बनने वाली जिला स्तरीय समिति ऐसे केन्द्रों के सर्वश्रेष्ठ संचालन करने वाले शहरी निकाय का भी चयन करेगी।
न्यूनतम इतने केन्द्र खुलेंगे नगर निगम- 5 नगर परिषद- 3 नगर पालिका- 1 ज्यादा आबादी वाले स्थानों पर खुलेंगे सद्भावना केन्द्र विशेष तौर पर ऐसे स्थानों पर बनाए जाएंगे, जहां गरीब आबादी का घनत्व ज्यादा हो। इसके लिए सामुदायिक केन्द्र, आंबेडकर भवन, सार्वजनिक स्थल, अनुपयोगी सरकारी भवन और आश्रय स्थलों का चयन करने के लिए कहा गया है। यहां दान किए गए सामान की रसीद भी दी जाएगी। सामान का वितरण आंगनबाड़ी केन्द्रों व कच्ची बस्तियों में भी जरूरतमंदों को किया जा सकेगा।
होगी जिओ टैगिंग, मिलेगी लाेकेशन लोग आसानी से इन केन्द्रों की लोकेशन तलाश सकें, इसके लिए इन केन्द्रों की गूगल मैप पर जिओ टैगिंग की जा रही है। सामान जमा करने और सामान प्राप्त करने के लिए केन्द्र सोमवार से शनिवार सुबह 10 से शाम 6 बजे तक खुलेंगे।