भाजपा विधायक नरपत सिंह रांजवी ने बजट सत्र में मंदिरों, उनकी संपत्तियों व पुजारियों पर अत्याचार को लेकर सवाल पूछा, जिस पर गृह विभाग की ओर से विधानसभा में यह जवाब आया है। जवाब के साथ पेश सूची की पड़ताल से सामने आया कि 104 घटनाओं में से 10 पुजारियों की हत्या से जुड़ी हैं, तो कई घटनाएं चोरी व जमीन विवाद से जुड़ी हुई हैं। विधानसभा में पेश जवाब में यह भी बताया गया है कि 46 मामलों में पुलिस ने अनुसंधान पूरा कर चालान पेश कर दिया है, जबकि 48 में एफआर पेश कर दी है।
राजवी के एक अन्य सवाल में सरकार ने बताया कि श्री कैलादेवी झील मंदिर भरतपुर के संचालन एवं अंशकालीन पुजारी के संबंध में विधायक नरपत सिंह राजवी की ही शिकायत प्राप्त हुई है। उक्त शिकायत की प्रबंधक से जांच कराई गई थी। प्रबंधक ने शिकायत में वर्णित कृत्य मौके पर प्रतीत नहीं होना बताया है। जवाब में यह भी बताया गया कि देवस्थान विभाग स्तर से उक्त मंदिर के विकास के लिए किसी भी समिति का निर्माण नहीं हुआ है। मंदिर का प्रबंधन विभागीय स्तर से ही किया जा रहा है।
पांच पुजारियों ने की आत्महत्या गृह विभाग ने जवाब में यह भी बताया है कि चार साल में 5 पुजारियों की आत्महत्या के मामले भी दर्ज हुए हैं।