राजस्थान में जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर भजनलाल सरकार के मंत्री और विधायक लगातार बयानबाजी कर रहे है। इसी कड़ी में हवामहल विधानसभा सीट से विधायक बालमुकुंद आचार्य ने जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ‘राजस्थान में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू हो। 4 बेगम और 36 बच्चे अब नहीं चलेंगे। राजस्थान विधानसभा में भी ऐसे विधायक हैं, जिनकी 3 पत्नियां हैं।’
कानून लाने का प्रयास कर रही सरकार- मंत्री झाबर सिंह
भजनलाल सरकार में मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने रविवार को पाली में मीडिया से रूबरू होते हुए कहा था कि जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है और संसाधन घट रहे हैं। ऐसे में जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार को सख्त कदम उठाने पड़ रहे हैं। भारत सरकार अपने स्तर पर एक कानून लाने का प्रयास कर रही है। जल्द ही वह कानून सबके सामने आ जाएगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरूवार को राजस्थान में बढ़ती जनसंख्या को लेकर कहा था कि ‘मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरूवार को राजस्थान में बढ़ती जनसंख्या को लेकर कहा था कि ‘जनसंख्या नियंत्रण में सभी का साथ होना चाहिए लेकिन हम देखते हैं कि एक श्रेणी है जिसमें कोई अंतर नहीं आ रहा है, लगातार जनसंख्या का प्रेशर बढ़ते हुए भी उसमें कोई सुधार नहीं हो रहा है।’
दूसरा वर्ग 4 बेगम और 36 बच्चा करने में लगा – बालमुकुंद
अब विधायक बालमुकुंद आचार्य इस मुद्दे को गरमा दिया है। उन्होंने मीडिया से मुताबिक होते हुए कहा कि ‘ये एक बड़ी समस्या है कि जनसंख्या में वृद्धि हो रही है। अनुपात भी बिगड़ रहा है। एक समाज है जो 4 बेगम और 36 बच्चे रखता है। सदन में भी ऐसे लोग हैं जो 3-4 पत्नियां रखते हैं। एक वर्ग एक पत्नी और ज्यादा से ज्यादा 2 बच्चे रखता है। वहीं, दूसरा वर्ग कैसे भी इस काम में लगा है कि 4 बेगम और 36 बच्चा हो। ये गलत है। सबके लिए समान कानून होना चाहिए।’
विधायक ने आगे कहा कि ‘देश की समृद्धि और विकास में सबका अधिकार है। ये पीएम मोदी के आने के बाद बराबर रूप से हो रहा है। इसमें कोई भेदभाव नहीं होता। देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून आना चाहिए।’