नेशनल क्राइम रेकाॅर्ड ब्यूरों के आंकड़ों पर नजर डालें तो हर साल सुसाइड़ करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पूरे देश में हर राज्य की सरकार के लिए ये संख्या चुनौती बनती जा रही है। अलग अलग कारणों से लोग जान दे रहे हैं जिनमें पढे लिखे लोगों की संख्या बिना पढ़े लिखे लोगों से कई गुना ज्यादा है। साल 2016 से 2020 के दौरान सिर्फ लव अफेयर के चलते 27639 प्रेमियों ने जान दे दी। इन पांच सालों के दौरान लव अफेयर में जान देने वाले लड़कों की संख्या 15 हजार 864 हैं और लड़कियों की संख्या 11 हजार 781 है।
देश भर की पुलिस ने जो सुसाइड़ के जो फिगर जारी किए उनमें सबसे ज्यादा जानें जहर खाने से और फांसी लगाने से होना सामने आया है। लव अफेयर फेल होने के कारण 27 हजार से ज्यादा जो मौतेें हुई उनमें से बीस प्रतिशत के करीब हैंगिंग से होना सामने आया है। उसके बाद जहर खाने और ट्रेन की पटरियों पर लेटकर जान देने के मामले हैं। राजस्थान के कुछ जिलों मंे तो पांच साल के दौरान कपल सुसाइड़ के 200 से भी ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। इन मामलों में अधिकतर हैंगिग और डूबने से मौतें होना सामने आया है।