बांरा शहर में होने वाले इस आयोजन के लिए सात दिन तक भट्टियां चलती रहीं। लगातार मिठाईयां और नमकीन बनती रहीं। इस आयोजन में करीब पांच लाख मेहमान आए जिनके लिए करीब चार लााख किलो खाना बनाया गया। आयोजन सर्व धर्म निशुल्क विवाह सम्मलेन के नाम से किया गया। इस आयोजन में 2200 जोड़ों ने रजिस्ट्रेशन कराया । सामूहिक विवाह सम्मेलन का काम देख रहे मीडिया प्रभारी मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि पूरी टीम काम पर लगी रही और आखिर आयोजन सफल रहा। एक महीने से काम चलता रहा।
इस शादी में इसमें इसमें 800 क्विंटल नुक्ती, 800 क्विंटल बेसन की मिठाई बनी। इसके अलावा 350 क्विंटल नमकीन भी बनाई गई। साथ ही 500 क्विंटल कैरी की लौंजी भी मेहमानों को परोसी गई। करीब पंद्रह सौ क्विंटल पूडी और सब्जी लगातार बारह घंटे तक बनती रही। 26 मई को सवेरे दस बजे भोजन शुरु हुआ जो रात सात बजे तक चला। इस दौरान गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड वालों को भी बुलाया गया। उन्होनें तमाम पैरामीटर जांचे और उसके बाद इस शादी के लिए आयोजकों को विश्व रिकॉर्ड के दस्तावेज सौपें। हांलाकि इस आयोजन के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है।
बीजेपी के नेता मदन दिलावर ने सरकार से पूछा है कि इस शादी में खर्च किया गया करोड़ों रुपया कहा से आया। जबकि 2200 जोड़ों से कोई पैसा नहीं लिया गया था और उनमें से प्रत्येक जोड़े को करीब एक लाख पचास हजार के उपहार दिए गए थे।