आयोजन सर्व धर्म निशुल्क विवाह सम्मलेन के नाम से किया जा रहा है। इस आयोजन में 2200 जोड़ों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। सामूहिक विवाह सम्मेलन का काम देख रहे मीडिया प्रभारी मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि पूरी टीम काम पर लगी हुई है। एक महीने से काम चल रहा है। पांच दिन से खाना बन रहा है। आयोजन में आने वाले लोगों के लिए करीब तीन लाख किलो खाद्य सामग्री बन रही है। इसमें इसमें 800 क्विंटल नुक्ती, 800 क्विंटल बेसन की मिठाई बनकर तैयार हो गई है। इसके अलावा 350 क्विंटल नमकीन भी बनकर तैयार हो गए हैं। साथ ही 500 क्विंटल कैरी की लौंजी बन रही है। करीब पंद्रह सौ क्विंटल पूडी और सब्जी बननी है जो आज रात से शाम से बनना शुरु हो जाएगी। 26 तारीख को भोजन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक रखा गया है।
खाने में लोगों को नुक्ती, बेसन मिठाई, नमकीन, कैरी की लौंजी और पूड़ी परोसी जाएगी। ऐसे में प्रति व्यक्ति पर करीब 150 रुपए का खर्चा होगा। शादी के लिए बनी 800 क्विंटल नुक्ती को रखने के लिए ट्रैक्टर की ट्रॉली का उपयोग किया गया है। ट्रॉली में प्लास्टिक कवर लगाकर उनमें नुक्ती को रख दिया गया है, इसी तरह से बेसन की मिठाई को भी स्टोर करके रखा गया है, नमकीन को भी इसी तरह से बड़े पॉलिथीन के पैकेट में पैक करके रखा गया है।
इतने बड़े आयोजन में राजस्थान के अलावा एमपी से भी हलवाई बुलाए गए हैं। आयोजन समिति के सदस्य शेखर कुमार ने बताया कि सामानों के लिए भी बड़े – बड़े सप्लाई से ही संपर्क किया गया है। किराने का सामान ही 4 करोड़ रुपए से ज्यादा का आया है। शक्कर सीधे महाराष्ट्र की शुगर मील से 300 क्विंटल मंगवाई गई है। इसके अलावा 1000 क्विंटल आटे की उपलब्धता समारोह के लिए की गई है।
देसी घी के 1250 टिन और मूंगफली तेल के 2500 टिन मंगाए गए हैं। हलवाई सहित अन्य कई लोगों के लिए रोज भोजन बन रहा है। ऐसे में करीब 2000 कर्मचारी रोज सुबह – शाम भोजन कर रहे हैं। खनन एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने बताया कि लोगों को भोजन परोसने के लिए 32 पांडाल बनाए गए हैं। हर रसोई के सामने दो पांडाल हैं। जिनमें भोजन परोसा जाएगा।
एक पांडाल 300 फीट का है, जिसमें एक बार में करीब 50 हजार लोग बैठकर भोजन कर सकेंगे। करीब 6400 व्यक्ति भोजन परोसने के लिए उपलब्ध रहेंगे । पानी की व्यवस्था के लिए सभी लोगों को भोजन के साथ एक बोतल दी जाएगीं। इसके अलावा पूरे परिसर में पानी की व्यवस्था के लिए पाइपलाइन डाली गई है, करीब 17 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन है। करीब 30 जगह पर पानी पीने की नियत स्थान बनाए गए हैं। इस पूरे आयोजन में करीब एक करोड़ लीटर पीने के पानी की व्यवस्था की जा रही है।