ट्रैफिक डायवर्जन को लेकर प्रशासन पूरी तरह से फैल-
ट्रैफिक डायवर्जन को लेकर प्रशासन द्वारा बनाई गई पहले दिन की रणनीति पूरी तरह से फैल नजर आई। एक तरफ जहां ट्रैफिक के कारण वाहनों की रफ्तार लगातार धीमी होती जा रही थी दूसरी तरफ जाम में एक एंबुलेंस कई घंटों तक फसी रही। सड़क पर एंबुलेंस जाम में फसी होने के बावजूद भी प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की एहतियात नही बरती गई। राजमार्ग पर लगे लंबे जाम की वजह से कुछ वाहन दुर्घटना का भी शिकार हुए। एक कार जहां ट्रक की वजह से क्षतिग्रस्त होने पर कार चालक द्वारा मदद मांगने पर भी पास से गुजर रही पुलिस ने उसकी किसी भी प्रकार की मदद नही कि औऱ आगे बढ़ गई। यह सब घटनाक्रम बताता है कि प्रशासन की ओर से तैयार किया गया प्लान पूरी तरह से फैल नजर आता है और ट्रैफिक डायवर्ट को लेकर किए गए बंदोबस्त सही तरह से पूर्ण नहीं थें।
सड़क क्रोस करने में लोगों को लग रहा हैं ,कई घंटों का समय-
भांकरोटा में बन रहे फ्लाईऑवर की वजह से पहले चालक कमला नेहरू पुलिया से यू टर्न लेकर चले जाते थे, लेकिन कमला नहरू पुलिया पर एक साइड फ्लाईऑवर के निर्माण होने की वजह से दूसरी तरफ जाने का रास्ता ब्लोक कर दिया गया है, इस वजह से अब चालकों को 200 फिट रोड़ घूमकर आना पड़ रहा है। लंबे यू टर्न की वजह से चालकों को सड़क लाइन बदलने में ही कई घंटों का वक्त लग रहा है औऱ ट्रैफिक की वजह से चालकों को काफी परेशान हो रही हैं।
जयपुर टू अजमेर फ्लाईऑवरों के निर्माण में हो रही है देरी-
ट्रैफिक सुविधा को सही करने औऱ जयपुर टू अजमेर का सफर में 2 घंटे कम करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण नें आठ फ्लाईऑवरों का निर्माण जनवरी 2023 से शुरू किया था। लेकिन फ्लाईऑवर बनाने में हुई देरी से चालकों को लंबे समय तक परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। जहां पांच फ्लाईऑवर बांदरसिंधरी, महला, सावरदा, बगरू, और नरसिंहपुरा का कार्य जनवरी तक पूरा होना था लेकिन अभी तक यह निर्माणाधीन है दूसरी तरफ गाडोता में एक फरवरी में कार्य पूर्ण होने औऱ मोकापुरा, पदसोली दोनों जगहों पर बने फ्लाईऑवर का कार्य मई तक पुरा का आश्वासन दिया गया था।