एडिशनल कमिश्नर कैलाश चन्द्र विश्नोई ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी कासिम जाफरी भोपाल म.प्र., कामरान खान, नदीम बेग फर्रूखाबाद उ.प्र. और मजर शेख छिबरामऊ फर्रूखाबाद हाल हाड़ीपुरा आमेर का रहने वाला हैं। इस मामले में फरार चल रहे रहमत, चिन्ना खान, भाकर अली और मोहम्मद अली महाराष्ट्र और गुलाम भोपाल म.प्र. के रहने वाले हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी कासिम ने कोतवाली जयपुर के अलावा अन्य राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश में ठगी की वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस का कार्ड दिखाकर लूटे थे बीस लाख रुपए
डीसीपी (उत्तर) राशि डोगरा डूडी ने बताया कि 3 मई को बदमाश परिवादी विपुल भाई राजपूत को पुलिस का फर्जी कार्ड दिखाकर 20 लाख रुपए लूट ले गए थे। पुलिस ने आस-पास के प्रतिष्ठानों में लगे सीसीटीवी कैमरे चैक किए। बदमाशों के जाने का रूट देखकर पुलिस टीम आमेर के तलाई हांडीपुरा पहुंची। यहां जानकारी जुटाने के बाद बदमाशों को शरण देने के मामले में छिबरामऊ कन्नौज उ.प्र. निवासी मजर शेख को गिरफ्तार कर लिया।
एक कमरे में रुकने के लिए दिए थे दस हजार रुपए
एडिशनल डीसीपी धर्मेन्द्र सागर ने बताया मजर शेख हांडीपुरा में एक कमरे में किराए से रहता है। फर्रूखाबाद उ.प्र निवासी कामरान 30 अप्रेल को आया। इसके बाद नदीम सहित अन्य साथियों को जयपुर घूमने के बहाने बुला लिया। मजर ने एक कमरे में ही रोक लिया। इसके लिए वह नए तकिए चादर सहित अन्य जरूरी चीज खरीद कर लाया। इसके लिए उसे दस हजार रुपए दिए गए। तीन दिन तक रहने के बाद कासिम जाफरी, रहमत, भाकर अली और चिन्ना ने वारदात को अंजाम दिया था।
फतेहपुर सीकरी में घूमने गए थे बदमाश
वारदात के दूसरे दिन बदमाशों ने फतेहपुर सीकरी घूमने का प्लान बनाया। आरोपी मजर शेख अपने पत्नी को लेकर साथियों कामरान, चिन्ना, कासिम, रहमत के साथ फतेहपुर सीकरी घूमने गया था। वहां किले घूमने के बाद वह जयपुर लौट आया।