लोगों को थमा दिए थे फर्जी नियुक्ति पत्र भी भोलाराम कश्यप ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि वर्ष 2021 अक्टूबर में किरण कश्यप ने संपर्क कर बोली कि मेरी ऊपर पर तक पहुंच है, आपकी पत्नी की नौकरी डिमरापाल में वार्ड बॉय के पद पर लगवा दूंगी। जिसके लिए 1,50,000 रूपये लगेगा और नौकरी नहीं लगी तो पैसे वापस कर दूंगी। बातों में आकर उसने 1,50,000 रूपये किरण कश्यप को दे दिए। गांव के अन्य 15 लोगों से भी किरन कश्यप ने स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कुल 27,61,000 रूपए ले लिए। बाद में (Thagi News) टीकम जोशी और आरके बजवा ने फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया। नौकरी न मिलने और ठगी का एहसास होने के बाद आरोपियों खिलाफ धोखाधडी का मामला दर्ज कर लिया।
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स्वयं बेरोजगार थी महिला पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपी किरन कश्यप ने बताया कि वह वर्ष 2016 में स्वास्थ्य विभाग में संविदा में नर्स के पद पर नियुक्त होकर वर्ष 2020 में विभाग द्वारा हटा दी गई थी। जिसके बाद मैं स्वयं बेरोजगार थी। वर्ष 2021 में स्वास्थ्य विभाग से डाटा ऑपरेटर, लैब टेक्नीशियन, नर्स, वार्ड बॉय, प्यून आदि का विज्ञापन निकला था जिसे देखकर मुझे कुछ लोगो का फोन आया तो मैं स्वास्थ्य विभाग के (Crime News) टीकम जोशी और आरके बाजवा से संपर्क किया तो दोनों मुझे अधिकारियो से बात कर नौकरी लगवा देने की बात कहा। जिसके बाद 16 लोगों से संपर्क डाटा ऑपरेटर, लैब टेक्निशियन, नर्स, वार्ड वॉय, पियून इत्यादि पदों के लिये कुल 27,61,000 रुपए ले लिए। बाद में टीकम जोशी और आरके बाजवा ने लोगों को डुप्लीकेट नियुक्ति आदेश जारी किए। पुलिस ने महिला द्वारा (Fraud News In Jagdalpur) बताये गये बयान के आधार पर अन्य आरोपियों की पता तलाश कर एक आरोपी टीकम जोशी को पकड़ा, जिसने लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लेकर धोखाधड़ी करना स्वीकार किया है। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर न्यायालय रवाना किया है। आरके बाजवा की पता तलाश जारी है।