शुभ योग में होगा तुलसी विवाह
ज्योतिषाचार्य पं दिनेश दास ने बताया कि तुलसी विवाह के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, हर्षण योग और वज्र योग लग रहा है। कामना पूर्ति के लिए तुलसी विवाह पूरे रीति रिवाज के साथ करवाया जाता है। इस दिन12 नवंबर को
देवउठनी एकादशी का व्रत भी किया जाएगा। मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु को तुलसी काफी प्रिय हैं और उनके बिना विष्णु भगवान की पूजा पूरा नहीं माना जाता है।
12 नवंबर को तुलसी विवाह
ज्योतिष दिनेश दास के मुताबिक कार्तिक शुक्ल एकादशी युक्त द्वादशी तिथि के प्रदोष काल में तुलसी विवाह कराना उत्तम माना जाता है। इस वर्ष कार्तिक शुक्ल द्वादशी तिथि 12 नवंबर मंगलवार को शाम 4 बजकर 4 मिनट से 13 नवंबर बुधवार दोपहर 1 बजकर 01 मिनट तक है। ऐसे में तुलसी विवाह 12 नवंबर मंगलवार को देवउठनी एकादशी के दिन होगा क्योंकि उस दिन तुलसी विवाह के लिए एकादशी द्वादशी युक्त प्रदोष मुहूर्त प्राप्त हो रहा है।