इसके साथ ही आरबीआई ने बैंकों को कहा है कि वे तत्काल प्रभाव से 2000 रुपये मूल्यवर्ग के नोट जारी करना बंद करें। (Chattsgarh news update) हालांकि 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोट सितंबर तक वैध मुद्रा बने रहेंगे। जानकारी के मुताबिक, क्लीन नोट पॉलिसी के तहत आरबीआई ने यह फैसला लिया है। आरबीआई ने कहा है कि यह नोट 30 सितंबर तक कानूनी रूप से वैध रहेंगे।
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2016 में जारी किया गया था 2000 के नोट दो हजार रुपये के नोट पिछले नोटबंदी के बाद रिजर्व बैंक ने आरबीआई एक्ट 1934 की धारा 24(1) के तहत ये नोट 2016 में जारी किये थे। यह नोट उस समय 500 और 1000 रुपये के जो नोट चलन से हटाए जाने के बाद बाजार पर पड़ने वाले असर को कम करने किया गया था। यह भी पढ़ें
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दो हजार के नोट लाने का उद्देश्य पूरा रिजर्व बैंक के मुताबिक वर्तमान में दूसरे मूल्य के नोट पर्याप्त मात्रा में बाजार में उपलब्ध हैं। नोटबन्दी के समय बाजार में रुपयों की कमी और पूंजी की कमी होने से मुद्रा संकट से निपटने दो हजार के नोट को चलन में लाया गया था। (Jagdalpur news update) अब दो हजार रुपये को चलन में लाने का उद्देश्य पूरा हो गया है। दो हजार के नोट बंद होने से बाजार में छोटे नोट की आवक होगी जिससे व्यापरियों को अपने व्यवसाय में ज्यादा सुविधा मिलेगी। यह नोट बाजार में कुछ गिने चुने लोगों के पास ही दिखाईै देता है। इसके बंद होने से कोई खास फर्क पड़ने वाला नहीं है। दिनेश साराफ, अध्यक्ष मुख्यमार्ग व्यापारी कल्याण समिति दो हजार के नोट बंद करना केन्द्र सरकार की बहुत हीे सही कदम है। इस नोट बंदी से ब्लैकमनी रखने वालों में कमी आयेगाी और देश की अर्थव्यवस्था में सुधार होने के अधिक चांस है। दो हजार के नोट को बदलने में सरकार को ज्यादा समय नहीं देना चाहिये था।
कौशिक शुक्ला, युवा समाजसेवी
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