इस बार 150 रुपए से लेकर 175 तक प्रति सैकड़ा दीया के बिकने की उम्मीद है। जबकि बड़े दीपक व अन्य मिट्टी के बर्तनों में भी पिछले वर्ष के मूल्य की तुलना में कम से कम 20 प्रतिशत वृद्धि हो सकती है। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर मिट्टी के सभी बर्तनों, खिलौनों आदि के दाम इस दीपावली में बढ़े हुए मूल्य पर ही दिखेंगी।
चाईनीज दियों ने मार्केट पर डाला असर गोल बाजार और संजय बाजार में दीया बेचने वाले कुम्हारों ने बताया कि समय के साथ-साथ दीयों की खरीदारी भी कम होने लगी हैं। लोग आर्टिफिशियल दीये खरीद रहे हैं। अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले समय में मिटटी के दीयों की मांग कम हो जाएगी और हमारी जीविका भी प्रभावित होगी। जबकि मिटटी के दीये कहीं सस्ते हाेते हैं। लोगों से अपील की है कि मिट्टी के दीये खरीदें ताकि हम अपनी संस्कृति और परंपराओं को बचा सकें।