जानकारी के मुताबिक, राजस्थान में झालावाड़ के भवानी मंडी निवासी गंगाराम ने करीब तीन साल पहले स्थानीय सूरजमल जैन से ढाई लाख रुपये उधार लिए थे। इसकी एवज में गंगाराम ने सूरजमल के फार्म हाउस पर दो साल सात महीने काम किया और 1.80 लाख रुपए चुका दिए। आरोप है कि बाकी रकम के लिए सूरजमल घर आकर गंगाराम से गाली-गलौज और मारपीट करने लगा। तंग आकर गंगाराम परिवार सहित बस्तर के ग्राम आसना आ गया और किराए के मकान में रहकर प्लास्टिक की कुर्सियां बेचने का धंधा करने लगा।
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इस बीच 30 अप्रैल को सूरजमल और एक अन्य आरोपी मोहन राठौर घर में जबरदस्ती घुस आए। उन्होंने गंगाराम के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट की और अगवा कर ले जाने लगे। गंगाराम भागकर कहीं छिप गया। इस पर दोनों आरोपियों ने उसके चाचा सुरेश कुमार को जबरदस्ती इनोवा कार में बिठा लिया और अगवा कर ले गए। रिपोर्ट दर्ज होते ही पुलिस ने अफसरों को वारदात की सूचना दी।
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राजनांदगांव व महाराष्ट्र दबिश
पुलिस आरोपियों के हुलिए और गाड़ी नंबर के आधार पर राजनांदगांव और महाराष्ट्र की साकोली कारडा पुलिस से संपर्क किया गया। इसके बाद दोनों जगह नाकाबंदी की गई। महाराष्ट्र पुलिस ने चेकपोस्ट पर गाड़ी को रुकवा लिया और आरोपियों को पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।