Patrika Raksha Kavach Abhiyaan: अभियान से आम लोगों में जागरूकता
रक्षा कवच अभियान के दौरान साइबर पुलिस ने कुल 19 सायबर ठगों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी। पत्रिका द्वारा चलाए जा रहे अभियान के बाद पुलिस ने भी माना की इस अभियान से आम लोगों में जागरूकता आयी है और लोग शातिर साइबर ठगों के जाल में फंसने से बचेंगे। अब साइबर ठगों से सजग और सचेत रहने की जिम्मेदारी आपकी है।डिजिटल अरेस्ट के मामले में जागरूकता
बस्तर में अभी तक डिजिटल अरेस्ट के तीन मामले सामने आए हैं जिनमें एक रिटायर्ड कर्मी बचने के लिए पांच लाख रूपए गंवा दिए। वहीं एक अन्य मामले में डिजिटल अरेस्ट युवती सूझबूझ के साथ साहस दिखाते हुए साइबर ठगों के जाल से बाहर निकल गई। सायबर पुलिस ने बताया कि बस्तर में इस तरह के मामलों में जागरूकता के चलते वारदात थम गए हैं। बिजनेसमैन, इंद्रजीत सिंह ठाकुर: मोबाइल नंबर द्वारा तस्करी और गैर कानूनी गतिविधियों में लिप्त होने का डर दिखाकर ठगी का प्रयास किया गया। मुंबई से क्राइम ब्रांच अधिकारी बन डिजिटल अरेस्ट करने की कोशिश की गई किन्तु जागरूकता के कारण जाल में फंसने से बच गया।
डिजिटल अरेस्ट और ट्रेड़िंग के बहाने ठगी
बस्तर में साइबर ठगी के सबसे ज्यादा मामले शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर ज्यादा रूपए कमाने का लालच देकर किया गया है। इसके जाल में फंसकर पढ़े लिखे युवा वर्ग सहित रिटायर्ड कर्मी भी फंस रहे हैं। सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले भी इन ठगों के जाल में फंस कर अपनी कमाई गंवा चुके हैं। यही वजह है कि पिछले तीन महीनों में इंजीनियर, शिक्षक, बिजनेस मैन और रिटायर्ड कर्मी साइबर ठगी के अधिक शिकार हुए, अब उन्हें सजग होना होगा। यह भी पढ़ें