कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में बहने वाले कांगेर नाला 15 किमी दूर कोलेंग के नजदीक शबरी नदी में समाहित हो जाता है। जबकि शबरी नदी यहां से 130 किमी दूर गोदावरी नदी में मिलती है। चूंकि गोदावरी आगे बढ़ते हुए समुद्र में मिल जाती है। वन्य प्राणी एक्सपर्ट व क्रो फाउंडेशन के रवि नायडू के मुताबिक बारिश के दिनों में जब नदियों में बहाव चरम पर होता है तभी यह मगरमच्छ पानी के साथ तैरते हुए कांगेर वैली में पहुंचते है। कांगेर घाटी में दर्जनों स्पॉट ऐसे हैँ जहां इन मगरमच्छों को आसानी से देखा जा सकता है।
यह भी पढ़ें