यह भी पढ़ें: नए साल में छत्तीसगढ़ को मिलेगा नया BJP प्रदेश अध्यक्ष, ये नाम सबसे आगे खूबसूरत पापिकोंडलू पहाडिय़ों के बीच नौकायान अवर्णनीय एहसास है। गोदावरी नदी के दोनों किनारों पर ऊंचे पर्वत श्रृंखला मौजूद हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह एक शांत, सुंदर, सुरम्य एवं मनभावक स्थान है। पहाडिय़ों, झरने और नदी के बीच इस खास नजारे को आंध्र का कश्मीर भी कहा जाता है। आंध्र के अल्लूरी सीतारामरजू जिला ग्राम पोचावरम छत्तीसगढ़ की अंतिम छोर कोंटा से 55 किमी व तेलंगाना के भद्राचलम से 60 किमी की दूरी पर स्थित है।
नाव की सवारी में चार जगहों का पैकेज रहता है तय
पोचावरम पहुंचने के बाद पर्यटक पापिकोंडलू ही नहीं, पेरेंटालपल्ली में भगवान शिव मंदिर, कोल्लूर बेम्बू हट्स ,पोलावरम प्रोजेक्ट , कोर्टूर कॉटेज भी अवश्य जाते है। यह नाव की सवारी में पैकेज का हिस्सा होता है। नाव में ही भोजन की व्यवस्था होती है।इस नजारे का आधा हिस्सा पोलावरम प्रोजेक्ट में डूब जाएगा
यह नजारा आज जितना सुखद है शायद आने वाले वर्षों में ना रहे। दरअसल गोदावरी का यह हिस्सा पोलावरम प्रोजेक्ट में आ रहा है। प्रोजेक्ट का काम पूरा होते ही यह हिस्सा 100 फीट तक पानी में डूब जाएगा। इस नजारे का आधा हिस्सा फिर कभी नहीं दिख पाएगा।ऐसे पहुंचें
जगदलपुर से कोंटा 184कोंटा से कुनावरम 35
कुनावरम से पोचावरम 20