बस्तर के आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के सब इंजीनियर अरुण मराबी, जनपद पंचायत दंतेवाड़ा के तकनीकी सहायक मोहन बघेल और सड़क निर्माण कंपनी के एक कर्मचारी को नक्सलियों ने शुक्रवार की दोपहर करीब 2 बजे दंतेवाड़ा के अरनपुर स्थित ग्राम नहाड़ी के पास अपहरण कर लिया था। करीब 29 घंटे तक बंधक बनाकर रखने के बाद नक्सलियों ने शनिवार की शाम को अरनपुर के पास उन्हें छोड़ दिया है।
इसके बाद वह पालनार तक पैदल ही चलते हुए पहुंचे। फिलहाल तीनों को सुरक्षित रूप से दंतेवाडा़ जिला मुख्यालय लाया गया है। बताया जाता है कि तीनों अरनपुर के पास ग्राम मुलेर को जोडऩे वाली सड़क का सर्वे करने गए थे। इसकी भनक माओवादियों को पहले ही मिल गई थी।
बता दें कि माओवाद प्रभावित क्षेत्र अरनपुर से मुलेर तक लंबे समय से सड़क निर्माण का काम किया जा रहा है। हाल ही में इसका ठेका भिलाई के एक निर्माण एजेंसी ने लिया है। निर्माण से पहले सर्वे के लिए इनकी टीम पहुंची थी। इस दौरान माओवादियों ने उनका अपहरण कर लिया था। इसके बाद पूछताछ के लिए अपने साथ ले गए। बताया जाता है कि बड़े कमांडरों द्वारा तीनों से पूछताछ करने की बात भी सामने आई है।