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जगदलपुर

इस वर्ष नहीं हो पा रहा अष्टमी व रोहिणी नक्षत्र का संयोग, दो दिन पड़ रही कृष्ण जन्माष्टमी, जानिए किस दिन रखे व्रत

Krishna Janmashtami 2019 : इस बार अष्टमी 23 अगस्त को पड़ रही है जबकि रोहिणी नक्षत्र इसके अगले दिन यानी कि 24 अगस्त को है।

जगदलपुरAug 22, 2019 / 04:48 pm

Badal Dewangan

इस वर्ष नहीं हो पा रहा अष्टमी व रोहिणी नक्षत्र का संयोग, दो दिन पड़ रही कृष्ण जन्माष्टमी, जानिए किस दिन रखे व्रत

इस वर्ष नहीं हो पा रहा अष्टमी व रोहिणी नक्षत्र का संयोग, दो दिन पड़ रही कृष्ण जन्माष्टमी, जानिए किस दिन रखे व्रत

Krishna Janmashtami 2019/जगदलपुर : इस बार जन्माष्टमी की तिथि को लेकर काफी असमंजस है दरअसल इस बार कृष्ण जन्माष्टमी दो दिन यानी कि 23 और 24 अगस्त को पड़ रही है हिन्दू मान्यताओं के अनुसार विष्णु के आठवें अवतार कृष्ण का जन्म भादो माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस हिसाब से अष्टमी 23 अगस्त को पड़ रही है जबकि रोहिणी नक्षत्र इसके अगले दिन यानी कि 24 अगस्त को है कहने का मतलब यह है कि इस बार अष्टमी और रोहिणी नक्षत्र का संयोग नहीं हो पा रहा है ऐसे में सवाल उठता है कि फिर जन्माष्टमी का व्रत किस दिन रखा जाए आपको बता दें कि पंडितों का मानना है कि गृहस्थियों के लिए जन्माष्टमी का व्रत निर्विवाद रूप से 23 अगस्त को है

पंडितों का तर्क है कि शास्त्रों के अनुसार जिस रात्रि में चन्द्रोदय के समय भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि हो उस दिन जन्माष्टमी का व्रत रखना चाहिए माताएं मां देवकी के समान पूरे दिन निराहार रहकर व्रत रखती हैं और रात्रि में भगवान चन्द्रोदय के समय भगवान् चन्द्रदेव को अघ्र्य देकर अपने व्रत करती हैं।

इस बार यह संयोग 23 अगस्त की रात्रि को है
भाद्र पद कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि में उदय होने वाले चन्द्रमा के दर्शन सर्वाधिक शुभ माने गए है। मान्यता है कि चन्द्रवंश में इसी चन्द्रोदय के समय भगवान कृष्ण प्रकट हुए थे। ज्योतिषियों का कहना है कि यह चन्द्र उदय दर्शन का संयोग वर्ष में केवल एक ही बार होता है इस बार यह संयोग 23 अगस्त की रात्रि को है। ऐसे में इसी दिन व्रत रखा जाना चाहिए। इससे अगले कई दिनों तक गोकुल में और अनेक स्थानों पर भगवान का जन्मोत्सव मनाया जाता है। दरअसल, गोकुलवासियों को अगले दिन सुबह ही पता चला कि नंद नंद के घर कृष्ण जी जन्म ले चुके है और उसके बाद ही वहां उत्सव मनाया गया था।

जन्माष्टमी की तिथि और शुभ मुहूर्त
अष्टमी तिथि का प्रारंभ 23 अगस्त 2019 को सुबह 08 बजकर 09 मिनट से होगा वहीं अष्टमी तिथि समाप्त जो है 24 अगस्त 2019 को सुबह 08 बजकर 32 मिनट में होगी और रोहिणी नक्षत्र प्रारंभहोगा 24 अगस्त 2019 की सुबह 03 बजकर 48 मिनट में और रोहिणी नक्षत्र की समाप्ति 25 अगस्त 2019 को सुबह 04 बजकर 17 मिनट में होगी।

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