यह भी पढ़ें : आचार संहिता : लाइसेंसी हथियार निलंबित, एक सप्ताह में करना होंगे जमा अब लोगों में आम होती इस बीमारी पर सीएमएचओ आरके चतुर्वेदी का कहना है कि इसकी मुख्य वजह जोडों में यूरिक एसिड का जमा होना है, धीरे-धीरे गठिया का रूप लेने लगता है। यूरिक एसिड की मुख्य वजह है गलत खानपान और अनियमित जीवनशैली। गठिया के दर्द को बढ़ाती हैं ये चीजें शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा होने के कारण गठिया की समस्या होती है। यूरिक एसिड तब बनता है जब शरीर प्यूरीन को तोड़ता है। यह शरीर में और कुछ खाद्य पदार्थों में सामान्य रूप से पाया जाने वाला एक केमिकल होता है। शरीर में यूरिक एसिड टूटकर यूरिन के रास्ते बाहर निकल जाता है।
यह भी पढ़ें : नक्सलियों के मंसूबे नाकाम, जवानों ने किया आईईडी डिफ्यूज जब यह शरीर से सही तरह से बाहर नहीं निकल पाता को अतिरिक्त यूरिक एसिड ज्वॉइंट्स में सुई के आकार के क्रिस्टल में बदल जाता है। जिससे गठिया की समस्या होने लगती है। कम उम्र में भी हो रहे शिकार यह बीमारी मुख्य रूप से 40 के बाद व महिलाओं में अधिकतर देखी जाती है, लेकिन अब यह समस्या नौजवानों को होने लगी है। इसके पीछे का सबसे प्रमुख वजह है गलत खानपान व अनियमित जीवन शैली। इसके साथ ही शारीरिक मेहनत न करना। व्यायाम को नियमित नहीं करना। इन सभी कारणों से लोग कम उम्र में इसके शिकार हो रहे हैं और इसके लक्षण को नजर अंदाज कर समस्या को और बढ़ा रहे हैं।
यह भी पढ़ें : इनोवा से 9 लाख रूपये बरामद ये हैं लक्षण – भूख नहीं लगना। – शरीर में गांठ बनना। – लगातार हल्का बुखार रहना। – मुंह और आंखों में सूजन रहना।
बरतें एहतियात – घुटनों में दर्द होने पर पालथी नहीं लगाएं। – नियमित टहलने जाएं, व्यायाम करें, चिकित्सक की सलाह से मालिश करें। – सीढिय़ां चढ़ते समय, घूमते-फिरने के दौरान छड़ी का प्रयोग करें।
– बारिश और ठंड में गुनगुने पानी से नहाएं। – ठंडी हवा, ठंडी नमी वाली जगह पर नहीं जाएं। इनसे करें परहेज – ठंडी चीजों, दही, खट्टी और ठंडी छाछ का सेवन नहीं करें।
– अधिक प्रोटीन युक्त चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। – पैकेज्ड फूड, डीप फ्राइ आइटम जरा भी नहीं खाएं।