गुप्तेश्वर महादेव मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं का बकायदा पंजीयन किया जाता है। इसके लिये वन विभाग द्वारा वन ग्राम तिरिया में पंजीयन केंन्द्र स्थापित किया जाता है। इस दिन सुरक्षा के लिहाज से वन विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीम तैनात रहती है। महा शिवरात्रि के दिन छत्तीसगढ़, ओडिशा सहित आंध्र प्रदेश , तेलंगाना सहित अन्य राज्यों के श्रद्धालु पहुंचते हैं। पहुँचने का सफर बेहद रोमांचक भरा होता है। 20 किमी घने जंगलों के बाद शबरी नदी पर बनाये गए चटाई के अस्थाई पुल को पैदल पार करना होता है।
वन विभाग ने सम्हाला व्यवस्था का जिम्मा गुप्तेश्वर महादेव के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के आने जाने के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का पूरा जिम्मा वन विभाग द्वारा किया जा रहा है। शबरी नदी में बांस से बने चटाई के पुल बनकर तैयार है। आसपास वनों को आग से बचाने वन कर्मियों की टीम तैनात किया गया है वहीं मंदिर परिसर के आसपास साफ सफाई के लिये भी टीम गठित की गई है।