जगदलपुर

बस्तर में डाक विभाग की डिजिटलाइजेशन से बदली तस्वीर, इस मामले में सबसे आगे

पत्रिका विश्व डाक दिवस विशेष

जगदलपुरOct 08, 2022 / 09:36 pm

Akash Mishra

जगदलपुर प्रधान डाकघर के बाहर आईपीबीपी का एटीएम भी संचालित हो रहा है।

जगदलपुर। आज विश्व डाक दिवस है। भारत में पहले डाकघर की शुरुआत 1 अक्टूबर 1854 को हुई थी, यानी 168 साल पहले देश में डाक घर का कॉन्सेप्ट आया। पहले इस विभाग का काम सिर्फ लोगों के घरों तक चिट्टी व मनीऑर्डर पहुंचाना था लेकिन समय के साथ विभाग में तेजी से बदलाव होता गया। आजादी के बाद पोस्ट ऑफिस में व्यापक बदलाव हुए। फिक्स डिपॉजिट, सेविंग अकाउंट व आरडी जैसे खाते खुलवाने के लिए लोग पोस्ट ऑफिस ही जाते थे, लेकिन जब देश में बैंकिंग युग की शुरुआत हुई तो पोस्ट ऑफिस कहीं ना कहीं पिछड़ते गए लेकिन पिछले 10 साल में जितनी तेजी से डाक विभाग को खुद को बदला उतना व्यापक बदलाव किसी भी विभाग में नहीं दिखता है। आज पोस्ट ऑफिस की डिजिटलाइजेशन की वजह से तस्वीर पूरी तरह से बदल चुकी है। खातों के मामले में पोस्ट ऑफिस बैंकों से भी आगे हैं। लोगों का भरोसा पहले भी पोस्ट ऑफिस पर था लेकिन आधुनिकिकरण के बाद लोगों का झुकाव इसकी ओर और ज्यादा बढ़ा है। बस्तर की बात करें तो यहां संभाग के 1248 डाकघरों में 7 लाख से ज्यादा अलग-अलग प्रकार के खाते एक्टिव हैं। पोस्ट ऑफिस में अपने हर काम में अब डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा दिया है। गांव-गांव में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन हो रहा है। बस्तर में जहां नेटवर्क की दिक्कत है सिर्फ उन्हीं जगहों पर डिजिटलाइजेशन का काम रुका हुआ है। वह भी नेटवर्क आने के बाद पूरा हो जाएगा। डाक विभाग ने कुछ साल पहले इंडियन पोस्टल बैंक को लांच किया। इसके आने के बाद पोस्ट ऑफिस के काम करने का तरीका और भी ज्यादा बदल गया। सभी सभी प्रधान और उप डाकघर कंप्यूटर से लैस हो गए। साथ ही ग्रामीण डाकघरों को ऑलाइन वर्क के लिए एक डिवाइस दे दिया गया। अब पूरा काम ऑनलाइन ही करने का प्रयास हो रहा है। डाक तैयार करने से लेकर आरडी, एसबी, बीमा डिपॉजिट के साथ ही अन्य भुगतान ऑनलाइन हो रहे हैं। एचएन शर्मा अधीक्षक डाकघर बस्तर संभाग ने बताया कि बस्तर में हमने व्यापक स्तर पर ऑनलाइन वर्क को सफल बनाने की दिशा में काम किया है। हम समय-समय पर अपने कर्मचारियों को इसकी ट्रेनिंग भी देते हैं। हमारे अधिकांश कर्मचारी ट्रेंड हो चुके। विभाग में लगातार हो रहे बदलाव से हम अपने कर्मचारियों को अवगत करवाते हैं। आईपीबीपी के माध्यम से मात्र 300 रुपए सालाना की दर पर 10 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा देने वाली पहली संस्था भी यही है। जगदलपुर पोस्ट ऑफिस में आईपीबीपी का एटीएम भी संचालित हो रहा है।
संभाग में 1721 कर्मचारी संभाल रहे 1248 डाकघर
अधीक्षक डाकघर एचएन शर्मा ने बताया कि बस्तर संभाग में इस वक्त विभाग के 1721 अधिकारी कर्मचारी कार्यरत हैं। इनमें से सबसे ज्यादा संख्या 1562 ग्रामीण डाक सेवकों की हैं। सभी कर्मचारी प्रधान डाकघर जगदलपुर, कांकेर, 46 उप डाकघर और 1235 शाखा डाकघर में कार्यरत हैं। सभी कर्मचारियों को ऑनलाइन वर्क के लिए ट्रेंड किया जा रहा है। आने वाले वक्त में बस्तर के शत प्रतिशत शाखा डाकघर डिजिटलाइज हो जाएंगे।
90 हजार सुकन्या समृद्धि खाते पोस्ट ऑफिस में एक्टिव
सुकन्या समृद्धि खाते के मामले में भी पोस्ट ऑफिस बैंकों से आगे है। जगदलपुर पोस्ट ऑफिस से मिली जानकारी के अनुसार संभाग में कुल 7 लाख अलग-अलग प्रकार के खाते हैं और इनमें से 90 हजार खाते सुकन्या समृद्धि के हैं। किसी भी बैंक से यह आंकड़ा सबसे ज्यादा है। लोगों का भरोसा डाक विभाग इसलिए भी है क्योंकि बैंकों की स्थिति बीते कुछ वर्षों में ठीक नहीं रही है। यही वजह है कि लोग डाकघर पर ज्यादा भरोसा कर रहे हैं।
बीमा में पिछले 5 साल से लगातार 250 करोड़ से ज्यादा का कारोबार
बीमा के मामले में भी डाक विभाग काफी आगे निकल चुका है। विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार पिछले 5 साल से लगातार विभाग 250 करोड़ से ज्यादा का कारोबार कर रहा है। बस्तर संभाग में इस वक्त 70 हजार से अधिक बीमा पॉलिसी एक्टिव हैं। बीमा करने वाली अन्य कंपनियों से ज्यादा भरोसा लोग डाक विभाग पर शुरुआत से ही करते रहे हैं, लेकिन बीते कुछ वर्षों में विभाग ने प्रोफेशनल कंपनियों को अपनी स्कीम से चौंकाया हैं।
बदलावों को अमल में ला रहे, सकारात्मक परिणाम सामने आए
पोस्ट ऑफिस में पिछले कुछ सालों में व्यापक बदलाव आया है। हम मुख्यालय के निर्देशों का पालन करते हुए बदलावों को अमल में लाने में जुटे हुए हैं। इसका सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है। विभाग ने आईबीपी, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, 300 रुपए में 10 लाख का बीमा, गांव में ऑनलाइन भुगतान, मनरेगा पेमेंट से लोगों का विश्वास कमाया है। हम बैंकिंग में कई बड़े बैंकों से बस्तर में आगे हैं।
एचएन शर्मा, अधीक्षक डाकघर, बस्तर संभाग

Hindi News / Jagdalpur / बस्तर में डाक विभाग की डिजिटलाइजेशन से बदली तस्वीर, इस मामले में सबसे आगे

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.