इस बैठक में अलग-अलग विभागों और विद्या परिषद के प्रस्तावों पर निर्णय के साथ ही वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट पारित किया गया। बजट में विश्वविद्यालय के परीक्षा और परिणाम का कार्य पूरी तरह से ऑटोमेशन के साथ ही डिजिटलाइज करने के प्रस्ताव को अनुमोदित किया गया। इसके तहत ऑफिस ऑटोमेशन और ई गर्वनेंस के कार्य के लिए 50 लाख का प्रावधान किया गया।
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आईआईएम डायरेक्टर होंगे मुख्य वक्ता कार्यपरिषद की बैठक के दौरान 5 मार्च को प्रस्तावित विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह के संबंध में भी निर्णय लिए गए। दीक्षांत समारोह के मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर रामकुमार काकानी डायरेक्टर आईआईएम रायपुर को आमंत्रित किए जाने की स्वीकृति प्रदान की गई। साथ ही दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए पीएचडी उपाधि के लिए 1 हजार रुपए तथा स्वर्ण पदक के लिए 500 रुपए शुल्क लिए का निर्णय लिया गया। सत्र 2021-22 और 2022-23 की स्वर्ण पदक सूची के अनुमोदन पर विचार कर स्वर्ण पदक सूची के आधार पर गोल्ड मेडल प्रदान करने सर्वसम्मति से अनुमोदन प्रदान किया गया।
विश्वविद्यालय का स्थापना अनुदान साढ़े चार करोड़ से 10 करोड़ हुआशासन ने विश्वविद्यालय का स्थापना अनुदान 4 करोड़ 50 लाख रुपए से बढ़ाकर वित्तीय वर्ष 2024-25 में 10 करोड़ कर दिया है। बजट में इस प्रस्ताव को भी अनुमोदित किया गया। इसके अलावा विश्वविद्यालय में 20 नए विभाग एवं 33 स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों को प्रारम्भ किए जाने विभाग एवं अध्ययनशालाओं के निर्माण कार्य को अनुमोदित किया गया।
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विश्वविद्यालय ग्रंथालय को छात्रों के लिए और अधिक सुविधायुक्त बनाने विभिन्न विषयों की पुस्तकें एवं शोध पत्रिका की हार्ड कापी एवं डिजिटल लाइब्रेरी उपलब्ध कराने , विश्वविद्यालय ग्रंथालय को डिजिटल एवं टेक्नॉलजी के माध्यम से आधुनिक करने, गेस्ट हाउस एवं लाईब्रेरी भवन के लिए भी पृथक से प्रयास किए जा रहे थे जिस पर स्वीकृति प्राप्त होने के बाद वर्ष 2024-25 में व्यवस्था हेतु राशि प्रावधान करने और बालक छात्रावास को प्रारम्भ किए जाने के प्रस्ताव को अनुमोदित किया गया।
साथ ही विवि की लाइब्रेरी को भी डिजिटलाइज करने का निर्णय लिया गया। विश्वविद्यालय के समस्त स्त्रोतों से 57 करोड़ 61 लाख 17 हजार की आय और 68 करोड़ 17 लाख 77 हजार का व्यय अनुमोदित किया गया। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम का कार्यपरिषद में कार्यकाल समाप्त होने पर उन्हें कुलपति प्रोफेसर डॉ. मनोज कुमार श्रीवास्तव और कुलसचिव अभिषेक बाजपेयी समेत सभी सदस्यों ने सम्मानित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
इस दौरान कुलपति और कुलसचिव ने अरविंद नेताम की ओर से विश्वविद्यालय को मिले सहयोग के लिए आभार माना और उम्मीद की कि वे भविष्य में भी विश्वविद्यालय का मार्गदर्शन और सहयोग करते रहेंगे। बैठक में सदस्य के रूप में डॉ. एके दीक्षित प्राध्यापक एवं संकायाध्यक्ष सामाजिक विज्ञान, डॉ. आरके हिरकने संकायाध्यक्ष वाणिज्य, डॉ. सरला आत्राम प्राचार्य, डॉ. चेतन राम पटेल प्राचार्य, अरविंद नेताम पूर्व केंद्रीय, ईश्वर प्रसाद तिवारी संकायाध्यक्ष, शिक्षा एवं विधि संकाय, डॉ. शरद नेमा प्राध्यापक और पदेन सदस्य अभिषेक बाजपेयी कुलसचिव मौजूद रहे।