Dhudmaras: दुनियाभर में छा गया बस्तर का धुड़मारास गांव, जानें इसकी खासियत
Dhudmaras: यूएन ने दुनिया के 60 देशों से 20 पर्यटन गांवों का चयन किया जिसमें भारत से धुड़मारास शामिल है। बता दें कि धुड़मारास गांव पूरी तरह से जंगलों से घिरा हुआ है..
Dhudmaras: संयुक्त राष्ट्र ने बस्तर के धुड़मारास पर्यटन ग्राम को उन्नयन कार्यक्रम के लिए चुना है। यूएन ने दुनिया के 60 देशों से 20 पर्यटन गांवों का चयन किया जिसमें भारत से धुड़मारास शामिल है। मालूम हो कि इसी साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस पर धुड़मारास को भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव का पुरस्कार दिया था। यूएन की लिस्ट में धुड़मारास का आना बस्तर और समूचे छत्तीसगढ़ के बड़ी उपलब्धि है।
Dhudmaras: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि के लिए कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, पर्यटन विभाग और बस्तर जिला प्रशासन के साथ ही स्थानीय ग्रामीणों को बधाई दी है। कांगेर नाला के मनोरम नजारे के बीच बैम्बू राफ्टिंग और कायकिंग की वजह से धुड़मारास को पिछले कुछ सालों में देश-दुनिया में पहचान मिली है।
बताया गया कि धुड़मारास को इसकी प्राकृतिक सुंदरता और सतत पर्यटन विकास की क्षमता के कारण चुना गया है। यूएन के उन्नयन कार्यक्रम में शामिल होने से गांव को वह संसाधन मिलेंगे जो पर्यटन के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए जरूरी हैै। साथ ही यहां के ग्रामीणों के जीवन में सुधार आएगा।
जंगलों से घिरा है पूरा गांव
प्रकृति की गोद में बसा धुड़मारास गांव घने जंगलों से घिरा हुआ है। गांव के बीच से बहती कांगेर नदी इसे मनमोहक बना देती है। बस्तर के लोग मेहमाननवाजी के लिए जाने जाते हैं। यही वजह है कि स्थानीय लोग अपने घरों को पर्यटकों के लिए उपलब्ध करवा रहे हैं, ठहरने की सुविधा उपलब्ध करवाने से उन्हें रोजगार मिल रहा है। गांव के युवा पर्यटकों को आसपास के क्षेत्रों की सैर कराते हैं। स्थानीय खानपान के अंतर्गत पर्यटकों को बस्तर के पारम्परिक व्यंजन परोसे जाते हैं।
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