मंदिर परिसर के सामने वाले हिस्से के काष्ठ निर्मित मंडप के अलावा महामंडप और मुक्ति मंडप की छत की मरम्मत की भी तैयारी की गई है। यह छत चूने से निर्मित है, जिसमें कांक्रीट का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। मरम्मत के लिए लाइम स्टोन मंगवाया गया है। इस हिस्से में छत से पानी रिसने की समस्या लंबे समय से आ रही है। इस बार मंदिर के पूरे हिस्से की एक साथ मरम्मत की जाएगी।
मरम्मत तक दूर से ही दर्शन करेंगे श्रद़्धालु फिलहाल काष्ठ निर्मित मंडप का जीर्णोद्धार पूरा होने तक सामने का द्वार बंद कर दिया गया है। बाजू वाले द्वार से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है। इसके बाद छत मरम्मत होने तक मंदिर के मुक्तिमंडप,महामंडप वाले हिस्से में श्रद्धालु प्रवेश नहीं कर सकेंगें। दर्शन पर पूरी तरह से रोक नहीं लगाई जाएगी। लकड़ी वाले मंडप के द्वार से ही दर्शन करने की व्यवस्था रहेगी।