रेलवे के मुताबिक इस रूट में बस्तर (Tourism in Bastar) तक आने के लिए विस्टाडोम कोच में मार्च तक सीटें नहीं है। यही वजह है कि अब रेलवे और पर्यटकों के लिए अब विशाखापटनम -किरंदूल-विशाखापटनम मार्ग में चलने वाली पैसेंजर में दो की जगह तीन विस्टाडोम कोच चलाने जा रहा है। यानी एक अतिरक्ति कोच लगाया जाएगा। वह भी लगभग दो महीने के लिए। यह सेवा 24 फरवरी तक जारी रहेगी।
Chhattisgarh Tourism: इधर बस्तर में पर्यटक स्थलों में लोगों का हुजूम
बस्तर में इन दिनों सभी पर्यटन स्थल में जमकर लोग पहुंच रहे हैं। अच्छी बात यह है कि इनमें सबसे अधिक दूसरे राज्य व देश के हैं। लेकिन इस बार सबसे गौर करने वाली बात है कि चित्रकोट से ज्यादा भीड़ तीरथगढ़ में देखने को मिल रही है। यही हालत अन्य पर्यटक स्थलों की भी है। लेकिन बस्तर की पहचान माने जाने वाले चित्रकोट में पानी कम होन की वजह से पर्यटक कुछ मायूस जरूर हो रहे हैं। लेकिन बस्तर में इसके आस-पास दर्जनों ऐसी जगह है जो पर्यटकों की मन मोह रही है।
रेलवे के डीआरएम अनूप सतपथी ने बताया कि बस्तर बेहद खूबसूरत है। वहीं विशाखापटनम से किरंदूल तक का ट्रेन रूट भी बेहद रोमांच से भरा हुआ है। शुरूआती दिनों में सीटें खाली जा रहीं थी। लेकिन धीरे-धीरे ही सहीं लोगों ने इस ओर रूख किया और आज आलम यह है कि यहां सीटें खाली हीं नहीं है। लोगों ने इसकी काफी मांग भी की थी। इसे देखते हुए ही अब रेलवे ने इस रूट में अतिरिक्त विस्टाडोम कोच लगाने का फैसला लिया है। यह सुविधा लोगों के लिए शुक्रवार से शुरू होगी। जो 24 फरवरी तक चलेगी। उन्होंने कहा है कि इस सबंध में आगे का फैसला आगामी दिनों मे जरूरत और मांग को देखते हुए लिया जाएगा।
IRCTC की साइट में सीटें बुक
पत्रिका ने इस सबंध में जब IRCTC की साइट की तफ्तीश की तो पता चला कि इस रूट में सबसे अधिक पैंसेंजर में भीड़ हैं। उसमें सबसे अधिक विधाखापटनम से किंरंदूल रूट पर। मार्च के अंतिम सप्ताह तक सीटों का यही हाल है। यह सिर्फ विस्टाडोम कोच का ही हाल नहीं है। बल्कि स्लीपर और अन्य वर्ग में भी लोगों की काफी भीड़ है। लेकिन लोगों में विस्टाडोम कोच को लेकर जो दीवानगी है वह अन्य कोच को लेकर अपेक्षाकृत कम हैं। यह खुशी की बात है कि लोग बस्तर में पर्यटन के लिए अधिक संख्या में पहुंच रहे हैं। लेकिन वापसी में वैसी भीड़ नहीं मिल रही है। उम्मीद है कि आने वाले समय में वापसी में भी इसी तरह भीड़ देखने को मिलेगी।