बास्तानार ब्लाक अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत बड़ेबोदेनार, कापानार, बुरगुम, बड़ेकाकलूर और बास्तानार में छह प्राथमिक स्कूल और पांच माध्यमिक स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। यहां छात्र-छात्राएं पढऩे तो जाते हैं, लेकिन हाजिरी लगाकर ही वापस जाते हैं। इन स्कूलों में कुल 178 छात्र-छात्राएं हैं। जिनके लिए एक भी शिक्षक की व्यवस्था शिक्षा विभाग की ओर से नहीं की गई है। शिक्षकों के नहीं होने की वजह से यहां कभी कोई शिक्षित ग्रामीण तो कभीं रसोईया विद्यार्थियों को पढ़ाता है।
यह स्कूल चालानपारा, गायतापारा ईरपा, करकापारा, तितरी, जंगलपारा तितरी, कोलेंगपारा, बुरगुम, सांवगेल, पटेलपारा, बड़ेकाकलूर और बास्तानार में केवल कागजों में संचालित किए जा रहे हैं। यहां पढऩे वाले बच्चों को हाल देखने फुरसत शिक्षा विभाग के अधिकारी और न ही शिक्षा मंत्री को है। माओवाद प्रभावित पिछड़े वर्ग के गरीब बच्चों को लेकर बेहतर शिक्षा करने वाले सरकार के दावे यहां खोखले साबित हो रहे हैं।
बास्तानार के जिला पंचायत सदस्य बोमड़ाराम मंडावी ने बताया कि शिक्षक विहीन शालाओं में शिक्षक की व्यवस्था को लेकर कई बार जिला पंचायत सामान्य सभा में मांग की जा रही है। शिक्षा विभाग और जनदर्शन में भी पत्राचार किया गया। किन्तु आज भी स्कूलों में शिक्षक की व्यवस्था नहीं की गई है।