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सत्ता परिवर्तन के संकेतचैत्र नवरात्रि मंगलवार को शुरू हो रही है। इसलिए मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आ रही है। मान्यताओं के मुताबिक इसे शासन-सत्ता के अनुसार अच्छा नहीं माना जाता है। इससे वर्तमान सरकार को विरोध का प्रबल संकेत है या फिर सत्ता परिवर्तन के योग भी बन सकते हैं। ऐसे में साल भर देशभर में राजनीतिक विकट परिस्थितियां बनने के योग दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही साधकों के जीवन में आने वाले हर कष्टों से निजात मिलेगी।
प्रथम दिन बना रहा शुभ योगपंडित दिनेश दास ने बताया कि चैत्र नवरात्रि के पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग बन रहा है।
अमृत और सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 07 बजकर 32 से प्रारंभ होकर संध्याकाल 05 बजकर 06 मिनट तक रहने वाले हैं। शास्त्रों के मुताबिक हैं कि इस योग में मां दुर्गा की पूजा करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिषाचार्य पं दिनेश दास ने बताया कि मां दुर्गा की उपासना के लिए चैत्र और शारदीय नवरात्र दोनों कर खास महत्व हैं। चैत्र नवरात्रि की शुरुआत चैत्र माह में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है।
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इस साल प्रतिपदा तिथि 8 अप्रेल की रात 2 बजकर 11 मिनट से शुरू हो रही है। इसलिए चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 9 अप्रेल से ही मनाया जाएगा इसका समापन 17 अप्रेल को होगा। इस बार चैत्र नवरात्रि पूरे 9 दिन की होगी। कलश स्थापना के दो शुभ मुहूर्त हैं, पहला 9 अप्रेल को सुबह 6 बजकर 21 मिनट से 10 बजकर 35 मिनट तक है। वहीं अभिजीत मुहूर्त भी है जो 11 बजकर 57 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक है।