अब तक छात्र परीक्षा में आने वाले प्रश्नों को लेकर काफी हद तक पूर्वानुमान लगा लिया करते थे। कोर्स का एक साल बीतने के बाद वे निश्चिंत होकर सीमित दायरे में रहते हुए ही पढ़ाई किया करते थे लेकिन नया पैटर्न लागू होने के बाद उनके सामने पहले से ज्यादा प्रश्न होंगे और उनका वर्ग भी अलग-अलग होगा। इस स्थिति में छात्रों को शुरुआत में प्रश्नों के उत्तर देने में परेशानी जरूर हो सकती है लेकिन यह उनके भविष्य के लिए अच्छा होगा। इस पैटन के लागू होने से छात्रों को बेहतर तरीके से मूल्यांकन होगा।
प्रश्न पत्र का नया पैटर्न जो विवि (Bastar University ) लागू करने जा रहा है वह छात्रों के लिए बोझिल नहीं बल्कि रुचिकर होगा। यह पैटर्न इसी वजह से तैयार किया गया है कि छात्र बेहतर तरीके से अपनी तैयारी करें और उसे बेहतर तरीके से तनावमुक्त रहते हुए आंसर शीट पर लिखें। जिस तरह से प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते हैं लगभग उसी अंदाज में छात्रों के बीच प्रश्न रखने की तैयारी की जा रही है। प्रश्न पत्र तैयार करने वालों को भी विवि प्रबंधन (Bastar University ) इसे लेकर अलग से प्रशिक्षित करेगा। इसे लेकर हर कॉलेज में विवि वर्कशॉप और ट्रेनिंग कैंप का आयोजन करेगा।