जिला बस्तर (Bastar) के थाना नगरनार के ग्राम तिरिया-माचकोट के जंगल में विगत कुछ दिनों से 40-50 सशस्त्र माओवादियों की उपस्थिति की आसूचना पर दिनांक 26.07.19 को विशेष अभियान हेतु (STF) एसटीएफ, (DRG) डीआरजी व सीआरपीएफ (CRPF) की संयुक्त पार्टी रवाना हुई थी।बताया जा रहा है उक्त कार्रवाही मुखबीर की सुचना मिलने के बाद की गई।
आज दिनांक 27.07.19 के लगभग 15:00 बजे जिला बस्तर थाना दरभा एवं नगरनार के सीमावर्ती क्षेत्र के ग्राम तिरिया के जंगल में डीआरजी एवं एसटीएफ की संयुक्त पार्टी और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई।
घटना स्थल से 1 नग इंसास रायफल, 4 नग 303 रायफल एवं भारी मात्रा में अन्य हथियार/ नक्सली सामग्री बरामद की गई। घटना स्थल के आसपास सर्चिंग की जा रही है। मुठभेड़ पश्चात् 3 महिला सहित 7 शव बरामद किये गये, जिनकी शिनाख्ति की कार्यवाही की जा रही है। 12 माओवादियों के मरने की खबर आई हैं जिसमे 7 की पुष्टि की जा चुकी है।
1 लाख रुपए नहीं लौटा पाया तो कर लिया कारोबारी का अपहरण, जमकर पीटा, फिर किया ये काम
बस्तर एसपी दीपक झा के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से इस इलाके में लगातार माओवादियों के मूवमेंट की जानकारी मिल रही थी।आज इस मामले में ओडिशा के कुछ बड़े माओवादी लीडरों के आने की सूचना भी थी। इसके बाद अनुमान लगाया गया कि वे यहां किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। इसे देखते हुए बिना देर किए ऑपरेशन लॉन्च किया गया, जिसमें डिस्ट्रिक्ट रिजर्व बल (डीआरजी) की तीन कंपनियां शामिल थीं।रोज मुर्गी चोरी करने आता था ये 9 फीट का अजगर, रात को सांप का ये रूप देख उड़ गया परिवार वालों का होश
बी.आर. मंडावी की अगुआई में टीम ने शनिवार की दोपहर माओवादियों की पक्की निशानदेही पर कार्य करते हुए मौके पर पहुंची और उन्हें चारों तरफ से घेर लिया। इसी बीच माओवादियों ने जवानों को देखकर उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी। करीब डेढ़ घंटे तक दोनों ओर से फायरिंग जारी रही। इसके बाद माओवादी (Naxal) अपनी कमजोर स्थिति को देखते हुए जंगल का सहारा लेकर भाग निकले। मुठभेड़ थमने के बाद जब जवानों ने घटनास्थल की जांच की तो वहां से सात माओवादियों के शव बरामद किए गए। Read more news related Bastar Naxal attack .