बस्तर के जल प्रपात, देवी मंदिर व पौराणिक स्थानों के साथ ही रहन-सहन व खान-पान से पर्यटकों को जोडऩे की का प्रयास इसके अंतर्गत किया गया है। बस्तर मड़ई के लिए पर्यटक अलग-अलग सर्किट में घूमते हुए बस्तर को करीब से जान पाएंगे। बस्तर के 580 टूरिस्ट स्पॉट इसके अंतर्गत तय किए गए हैं।
इस बार बस्तर आने वाले पर्यटकों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध करवाने की दिशा में पहल की जा रही है। उन्होंने दसरा-पसरा में की जहा रही तैयारियों का भी ब्योरा दिया और बताया कि प्रयास किया जा रहा है कि दशहरा से पहले दसरा-पसरा का काम पूरा कर लिया जाए। दसरा-पसरा के माध्यम से पर्यटक बस्तर की संस्कृति के अलावा दशहरा की रस्मों के बारे में भी जान पाएंगे।