पहली बार बस्तर में फ्लोटिंग जेट्टी(तैरती हुई फाइबर सामान) लेकर आई गई है। गुजरात से आई यह फ्लोटिंग जेट्टी को विशेष रूप से राममानस के मंचन के लिए लाया गया है। इसके जरिए पूरे दलपतसागर में पानी के बीच में राम चरित्र मानस का मंचन होगा। इतना ही नहीं स्पेशल लेजर शो, भाग राम के जीवन से जुड़ी रंगोली, पेंटिंग व आतिशबाजी समेत कई आयोजन होंगे।
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नाव में नजर आएंगे राम और सीता के रूप इस कार्यक्रम को विशेष बनाने के लिए पूरी तैयारी जोरों पर चल रही है। इसके लिए गुजरात की एक निजी कंपनी से फ्लोटिंग जेट्टी मंगाया गया है। इसमें मंडली राम चरित्र मानस का मंचन करेगी। इतना ही नहीं एक अलग नाव में राम, सीता और लक्ष्मण के वेष धारण किए बच्चे दलपतसागर में नाव के जरिए भ्रमण करेंगे और इस पूरे कार्यक्रम को निहारेंगे। इसके अलावा विशेष रूप से लेजर शो की व्यवस्था भी की गई है।
प्रवेश द्वार पर ही नजर आई श्रीराम की झांकीदलपतसागर में दीपोस्तव का कार्यक्रम भले ही रविवार को है लेकिन इसकी तैयारी तीन दिन पहले से ही शुरू हो गई है। शनिवार को यहां रंगोली के जरिए भगवान राम की झांकी तैयार की जा रही है। इसमें राम मंदिर से श्रीराम, लक्ष्मण और सीता को रंगोली के माध्यम से उकेरा जा रहा है। दीपोत्सव के दौरान दीयों से जब यह रंगोली नजर आएगी तो उसका नजारा देखने लायक होगा। वहीं यहां पिछले दीनों हुए भगवान राम के विषय पर पेंटिंग प्रतियोगिता के प्रतिभागियों की पेंटिंग भी यहां रखी जाएगी।
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ढाई लाख दीप जलाएंगे, सुबह 8 बजेे से जुटेंगे 400 लोग एतिहासिक दलपतसागर में एतिहासिक दीपोत्सव का कार्यक्रम रविवार को होने जा रहा है। प्रशासन ने यहां 2 लाख 21 हजार का लक्ष्य रखा था, लेकिन यह आंकड़ा अब पार हो चुका है और अब यहां ढाई लाख दीप प्रज्जवल्लित किए जाएंगे। इसके लिए विशेष तैयारियां की जा रही है। सुबह आठ बजे से पूरे दलपतसागर में करीब 400 लोग जुटेंगे। जो दिनभर दीयों को व्यस्थित रूप से रखने से लेकर इसे जलाने के लिए इनमें तेल और बाती रखेंगे। बताया जा रहा है कि इतने सारे दीयों को लगाने में इतने लोग जुटेंगे तब शाम के 4 बजे तक यह व्यस्थित रूप से दीपोत्सव कार्यक्रम के लिए तैयार हो पाएंगे।
दलपत सागर के मध्य स्थित भगवान शिव के मंदिर में आतिशबाजी की भी तैयारी पूरी कर ली गई है। रविवार की शाम 7 बजे आतिशबाजी के साथ दीपोत्सव का कार्यक्रम शुरू हो जाएगा। दीपोत्सव से एक दिन पहले शनिवार को दलपत सागर के रानीघाट में आयोजनकर्ताओं द्वारा दीपोत्सव की शुरुवात करते हुए पूजा अर्चना की गई। इस दौरान सफल आयोजन के लिए मंत्रउच्चारण किया गया। साथ ही दीयों को क्रमबद्ध रखने के लिए मार्किंग की शुरुआत की गई। प्रत्येक सवा मीटर में दीयों को रखा जाएगा ताकि इसकी भव्यता दूर-दूर तक नजर आ सके। साथ ही रानीघाट के पास मंच तैयार किया जा रहा हैं जहां भजन कीर्तन किया जाएगा।