जानकारी के मुताबिक जगदलपुर के कस्तूरपाल आश्रम में रहकर वो पढ़ाई करता था। कक्षा तीसरी में पढ़ने वाला छात्र शीतकालीन छुट्टी में अपने घर आया था। छुट्टी खत्म होने के बाद भी वापस आश्रम नहीं जा रहा था, जिसके बाद छात्र के पिता स्कूल नहीं जाने पर डांट लगायी थी।
माना जा रहा था कि उसी से नाराज होकर बच्चे ने ये आत्मघाती कदम उठा लिया। गांव के एक पेड़ पर बीस फुट की ऊँचाई पर छात्र का शव झूलता मिला है। पुलिस ने शव को पेड़ से उतारकर पीएम के लिए भेजा। मारडूम थाना क्षेत्र के बदरेंगा की घटना बताई जा रही है।10 साल के छात्र के इस तरह के आत्मघाती कदम से पूरा गांव स्तब्ध है।
हैरान करने की बात यह भी है कि महज तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले 10 वर्षीय छात्र के जेहन में सुसाईड का ख्याल कैसे आया और इसके लिए उसने खुद के लिए फांसी का रास्ता कैसे चुन लिया। पेड़ पर 20 फीट की ऊंचाई पर बच्चे की फांसी लगी लाश मिली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वो ना सिर्फ आत्महत्या, बल्कि मर्डर के एंगल से भी पूरे प्रकरण की तफ्तीश कर रही है। पुलिस रिपोर्ट के बाद पंचनामा कर शव को परीजनों को सौंप दिया गया है।
हैरान करने की बात यह भी है कि महज तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले 10 वर्षीय छात्र के जेहन में सुसाईड का ख्याल कैसे आया और इसके लिए उसने खुद के लिए फांसी का रास्ता कैसे चुन लिया। पेड़ पर 20 फीट की ऊंचाई पर बच्चे की फांसी लगी लाश मिली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वो ना सिर्फ आत्महत्या, बल्कि मर्डर के एंगल से भी पूरे प्रकरण की तफ्तीश कर रही है। पुलिस रिपोर्ट के बाद पंचनामा कर शव को परीजनों को सौंप दिया गया है।