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जबलपुर में आया दुनिया का तीसरा केस, ट्यूमर से ब्रेन की नस जाम, जटिल सर्जरी से बचाया

जबलपुर में आया दुनिया का तीसरा केस, ट्यूमर से ब्रेन की नस जाम, जटिल सर्जरी से बचाया
 

जबलपुरFeb 14, 2024 / 12:18 pm

Lalit kostha

complex surgery

जबलपुर.  मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 18 वर्षीय युवक को दुर्लभ ट्यूमर के कारण लकवा लगने के मामले में दूरबीन पद्धति से सफल सर्जरी की गई। एंडोक्राइन कैंसर विशेषज्ञ डॉ. संजय कुमार यादव ने बताया कि अपने तरह का ये दुनिया का तीसरा केस है। बताया गया कि इस ट्यूमर मरीज के पेट मेंपारागंगलीओमा-फीओक्रोमोसाइटोमा नामक ट्यूमर था। इसके कारण उसके ब्रेन की नस चोक हो गई थी और उसे लकवा लग गया था। डॉ. यादव ने बताया कि इस ट्यूमर से अत्यधिक मात्रा में एड्रीनेलिन नामक हार्मोन निकलने से ब्लड प्रेशर बहुत ही ज्यादा हो जाता है। इसे नियंत्रित करने के लिए जटिल सर्जरी की गई।

 

इलाज के दौरान पता लगा

शहर के एक निजी अस्पताल में लकवे के इलाज के समय जांच में युवक के पेट में ट्यूमर का पता चला। इसके बाद उसे इलाज के लिए मेडिकल अस्पताल भेजा गया। जहां सर्जरी विभाग ने युवक के ब्लड प्रेशर को दवाओं से नियंत्रित करने के बाद दूरबीन पद्धति से ऑपरेशन किया। एनेस्थिशिया विभाग से डॉ. सेठी, डॉ. नारंग, डॉ. गोपाल, डॉ आशीष ने मरीज की बेहोशी को मैनेज किया। ऑपरेशन के बाद युवक का ब्लड प्रेशर बिना दवा के ही नॉर्मल है। इससे पहले दुनिया में केवल दो मरीजों में यह बिमारी पाई गई है। जिसमें से एक मरीज ठीक हो पाया और दूसरे की मृत्यु हो गई। दुर्लभ ट्यूमर की सर्जरी में डॉ. संजय कुमार यादव, डॉ. सिलोदिया, डॉ. प्रदीप कोठिया, डॉ. योगेश, डॉ. मानसी, डॉ. नवांक, डॉ. माइकल, डॉ. प्रीति , डॉ मानवेंद्र शामिल थे।

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