यह संक्रामक बीमारी की तरह पूरे गांव को चपेट में ले रही है। दो दिन में तीन लोगों की मौत हो गई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत ही डायरिया के कारण हुई है। 91 वर्षीय बुजुर्ग की मौत सामान्य है। इसी तरह ब‘चे की मौत के पीछे सर्दी-बुखार को कारण बताया जा रहा है। वहां के लोगों का कहना है कि आदिवासी बाहुल्य गांव में हर घर में लोग बीमार हैं।
50 में से 40 लोगों को डायरिया हुआ है। हांडी कला में स्वास्थ्य विभाग ने कैम्प भी लगाया है। जिले में इससे पहले सिहोरा के भंडारा में भी डायरिया फैला था। वहां एक 50 वर्षीय महिला व दो साल के बच्चे की मौत हो गई थी।
कुंडम के हांडीकला गांव में डायरिया फैलने से कैम्प लगाया गया है। चिकित्सकों से लेकर सहयोगी टीम लोगों के स्वास्थ्य पर नजर रख रही है। 40 लोग डायरिया पीड़ित मिले हैं। 1 मरीज की मौत हो गई है।
डॉ. संजय मिश्रा, सीएमएचओ