बारिश में आवक कम होने के बहाने से व्यापारियों ने बढ़ाई कीमत उत्पादन कम
जानकारी के अनुसार व्यापारियों ने खेत से बाजार तक सब्जियों की आवक कम होने की बात कह रहे हैं। उन्होंने आलू, प्याज, लहसुन और अदरक के भाव बढ़ा दिए हैं। लहसुन के भाव 300 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। शहर में अदरक 200 रुपए किलो, बरबटी 80 रुपए किलो बिक रही है। करेला भी इसी भाव से बिक रहा है। अन्य दिनों की तुलना में लौकी 40 रुपए किलो, आलू 40 और प्याज के दाम 50 रुपए किलो पहुंच गए हैं। बैंगन की आवक अच्छी होने से इसके भाव 20 से 30 रुपए किलो हैं।
जानकारी के अनुसार व्यापारियों ने खेत से बाजार तक सब्जियों की आवक कम होने की बात कह रहे हैं। उन्होंने आलू, प्याज, लहसुन और अदरक के भाव बढ़ा दिए हैं। लहसुन के भाव 300 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। शहर में अदरक 200 रुपए किलो, बरबटी 80 रुपए किलो बिक रही है। करेला भी इसी भाव से बिक रहा है। अन्य दिनों की तुलना में लौकी 40 रुपए किलो, आलू 40 और प्याज के दाम 50 रुपए किलो पहुंच गए हैं। बैंगन की आवक अच्छी होने से इसके भाव 20 से 30 रुपए किलो हैं।
प्रशासन रखे नजर
आम लोगों का कहना है कि प्रशासन इस समय सब्जियों पर नजर रखे। क्योंकि, हरी सब्जियों की आवक प्रभावित होने की बात तो समझ में आती है। लेकिन, अदरक, लहसुन, प्याज, आलू का आवक अचानक से कम या ज्यादा नहीं होती। शहर के ज्यादातर कारोबारी इनका स्टॉक रखते हैं। लेकिन, जिस तरह से इनके भी दाम बढ़े हैं, उससे लोगों को लग रहा है कि कीमतें जानबूझकर बढ़ाई जा रही हैं। फिलहाल टमाटर कारोबारियों के अनुसार आवक में सुधार होने से इस सप्ताह भाव 50 फीसदी तक कम हो सकते हैं।
आम लोगों का कहना है कि प्रशासन इस समय सब्जियों पर नजर रखे। क्योंकि, हरी सब्जियों की आवक प्रभावित होने की बात तो समझ में आती है। लेकिन, अदरक, लहसुन, प्याज, आलू का आवक अचानक से कम या ज्यादा नहीं होती। शहर के ज्यादातर कारोबारी इनका स्टॉक रखते हैं। लेकिन, जिस तरह से इनके भी दाम बढ़े हैं, उससे लोगों को लग रहा है कि कीमतें जानबूझकर बढ़ाई जा रही हैं। फिलहाल टमाटर कारोबारियों के अनुसार आवक में सुधार होने से इस सप्ताह भाव 50 फीसदी तक कम हो सकते हैं।
बेसन से बने व्यंजनों पर जोर
बारिश में सब्जियों के दाम बढ़ने और शाक-सब्जियों के दूषित होने के कारण महिलाओं ने इनका उपयोग करना लगभग बंद कर दिया है। इसकी जगह बेसन से बने व्यंजनों पर जोर दिया जा रहा है। रसोई में अब बेसन ज्यादा महकने लगा है।
बारिश में सब्जियों के दाम बढ़ने और शाक-सब्जियों के दूषित होने के कारण महिलाओं ने इनका उपयोग करना लगभग बंद कर दिया है। इसकी जगह बेसन से बने व्यंजनों पर जोर दिया जा रहा है। रसोई में अब बेसन ज्यादा महकने लगा है।