बताया जा रहा है कि, प्रदर्शन के दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने स्कूल में घुसकर कुर्सियां फैंकनी शुरु कर दी, जिसका विरोध करने पर उनकी स्कूल प्रबंधन से भी झड़प हुई। घटना की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच भी धक्का-मुक्की हुई। इसके बाद उग्र हुए छात्रों को रोकने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए उन्हें खदेड़ना पड़ा।
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CCTV में कैद हुई शिक्षक की करतूत
यही नहीं, इसके बाद भी मामला शांत न होते देख पुलिस ने उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, तब कहीं जाकर आखिल विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा आंदोलन खत्म किया गया। आखिल विद्यार्थी परिषद के जिला महामंत्री माखन शर्मा का कहना है कि, हमारे पास स्कूल के 10वीं, 11वीं और 12वीं क्लास की छात्राओं द्वारा सूचना आई थी कि, स्कूल के कुछ शिक्षक उनके साथ हमेशा छेड़खानी और बैड टच करके हैं। इस संबंध में हमारी ओर से की गई पड़ताल में स्कूल का एक सीसीटीवी भी सामने आया, जिसमें टीचर छात्राओं के साथ छेड़खानी करते साफ नजर आ रहा है। इसे लेकर प्रदर्शन किया गया है। लेकिन, स्कूल के फादर ने पुलिस बुलाकर हमारे ऊपर लाठीचार्ज करा दिया।
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आरोपी शिक्षकों को स्कूल ने किया सस्पेंड
वहीं इस मामले में जबलपुर सीएसपी अंकिता खातरकर का कहना है कि, एबीवीपी के कुछ सदस्य ने बिना किसी की इजाजत के स्कूल में घुस कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। पुलिस ने बताया कि इन छात्रों ने शिक्षकों के ऊपर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था उन्हें स्कूल ने प्रिंसिपल ने सस्पेंड कर दिया है।